सिमाडा बालाजी मंदिर पर नर्मदेश्वर शिव महापुराण कथा भव्य आयोजन
जीवन में कभी अहंकार व अभिमान ना करें गोपाल कृष्ण जी उपाध्याय
झांतला। समीपस्त गांव कदवासा और महपुरा पूरण के बीच में सिमाड़ा के बालाजी के यहां पर श्री नर्मदेश्वर शिव महापुराण कथा श्रध्देय श्री गोपाल कृष्ण जी उपाध्याय मां कामाख्या धाम निशानियां सोयत कला के मुखारविंद से हो रही है। आचार्य श्री ने संगीतमय शिव महापुराण कथा में बताया कि संतों का काम भक्तजनों में काम क्रोध वासना लोभ, क्रोध मोह लालच का त्याग करवा कर असुर व,दानव वृती का नाश कर मनुष्य जीवन को सदकार्य व परमार्थ में लगाकर दीन दुखियों की सेवा के लिए समर्पित करने का मार्ग दिखाने का होता है। जीवन में हमें अहंकार व अभिमान से दूर रहना चाहिए रावण, भस्मासुर वह हिरर्नाकश्यप, को अहंकार वह अभिमान हो गया। यह अभिमान ही उनके अंत का कारण बना। जीवन में हम प्रहलाद वह श्रवण कुमार की तरह बनकर प्रभु पर विश्वास रखें तो वह आपकी हर विपदा व संकट को दूर कर अपने भक्तों की रक्षा जरूर करते हैं। इस कथा में मुख्य अतिथि के रूप में बेंगू विधायक सुरेश धाकड़ ने कहा कि इस प्रकार के धार्मिक आयोजनों से समाज को हम अपनी विशाल संस्कृति वह धर्म से जोड़कर सनातन धर्म का परचम लहरा सकते हैं। हमारे शास्त्र व धर्म अति प्राचीन होकर दुनिया को संदेश, वह जीवन जीने की कला सिखाते हैं। भारतीय धर्म संस्कारों का अनुकरण पूरा विश्व कर रहा है।इस अवसर पर पूर्व जनपद अध्यक्ष,व मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी सचिव सतनारायण पाटीदार ने कहा कि इस प्रकार की धार्मिक कथा व आयोजन हमें हमारे धर्म व संस्कृति व संस्कारों की शिक्षा देते हैं। जिससे हम जीवन को सुधार कर अच्छे कार्य में लगा सकते हैं। इस कथा में चित्तौड़गढ़ भाजपा जिला अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह बडोली वह लीला शंकर धाकड़ ग्रामीण मंडल चेची विशेष रूप से उपस्थित थे।
कथा में हर जन्म में बाबा तेरा साथ चाहिए फिर भी मेरे बाबा तेरा हाथ चाहिए। सिलसिला यह टूटना नहीं चाहिए। मुझको मेरी भक्ति का ईनाम चाहिए मेरी आंखों में तुम समाये हो मुझको तेरे प्यार की बरसात चाहिए हर जन्म में बाबा तेरा साथ चाहिए। भजन पर भक्तजन नाचने को विवश हो गए। सुतलिया परिवार द्वारा जो यह भव्य कथा का आयोजन किया गया उसके लिए यह साधुवाद के पात्र हैं। दिनांक 5 दिसंबर को सुबह 10 बजे श्री बानोड़ा बालाजी का स्वर्ण जडित रथ की शोभायात्रा इंटरनेशनल इंडियन पब्लिक हायर सेकेंडरी स्कूल कदवासा चौराहे से कथा स्थल तक विशाल शोभायात्रा के साथ पंजाबी ढोल डीजे व पुष्प वर्षा के साथ लाया गया। जिसमें बड़ी संख्या में भक्तजन नाचते गाते कथा स्थल पर पहुंचे। वह रात्रि में राजू जी महाराज जैसलमेर सांचौर वाले के
द्वारा विशाल भजन संध्या भी आयोजित की गई। कथा स्थल पर प्रतिदिन पार्थिव शिवलिंग का पूजन व रुद्राक्ष वितरण हो रहा है। कथा का आयोजन
सुतलिया परिवार के दुलीचन्द धाकड़ नानालाल धाकड़ बंशीलाल धाकड़ बाबूलाल धाकड़ महुपुरा पूरण वालों की तरफ से रखा गया है । इस कथा में डॉक्टर कैलाश धाकड़ प्राचार्य श्री लाल धाकड़ जयलाल धाकड़ पूर्व सरपंच सुजानपुर बजरंग धाकड़ सरपंच कदवासा, सुरेश सुथार फूलचंद बाड़ोलिया, दिनेश धाकड़, जनपद प्रतिनिधि राजेश शर्मा, आदि।,का सराहनीय सहयोग रहा।कार्यक्रम का सफल संचालन अध्यापक पंकज शर्मा उमेदपुरा द्वारा किया गया।
महुपुरा पुरण ,व कथा में लगभग 5000 श्रद्धालुओं ने भाग लिया व कथा के अंत में नर्मदेश्वर शिव महापुराण की आरती कर प्रसादी वितरण की गई i
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