भव्य वरघोडा निकाल कर नो उपवास के तपस्वी बालक भुवल छाजेड़ की अनुमोदना की
कुकडेश्वर श्री कुकड़ेश्वर पार्श्वनाथ की धन्य धरा कुकडेश्वर पर जैन समाज के छाजेड़ परिवार के मनोहर सिंह छाजेड़ के पोते नन्हे बाल ने अपने मन में अपने कर्मों की निर्जरा करने के भाव दादा पार्श्व प्रभु की कृपा से लेकर मुर्ती पुजक संघ के पर्वाधिराज पर्युषण पर्व के प्रथम दिवस 31 अगस्त से निराहार रह कर ठान लिया और नो उपवास किये। नगर के इतिहास में जैन समाज के सबसे कम उम्र में 9 की तपस्या करने का रिकॉर्ड बनाया। भुवल पिता गौतम छाजेड़ मात्र 11 वर्ष भुवल ने जिन शासन की शोभा बढ़ाई। सकल जैन संघ की उपस्थिति में भव्य वरघोडा बेण्ड बाजों के साथ निकाला जगह-जगह भुवल की अनुमोदना नगर वासियों ने की इसी अवसर पर परिवार जनों की उपस्थिति दादा पार्श्वनाथ धाम पर वरघोडा संपन्न कर दर्शन किये एवं जैन धर्म शाला में अनुमोदना सभा आयोजित की गयी जिसमें जैन मूर्ति पूजा संघ एवं स्थानक वाशी जैन संघ के द्वारा अभिनन्दन पत्र व साल श्री फल माला देकर तपस्वी का बहुमान किया साथ ही नगर में सभी समाज ने भी भुवल की तपस्या पर बारंबार अनुमोदना की इसी क्रम में सकल जैन समाज की और से दोनों संघ में आयें स्वाध्याय बंधु श्री महावीर जी धोखा,संदीप जी बांठिया स्थानक वासी जैन संघ,गोतम जी गोरव जी मुर्ती पुजक संघ के चारों स्वाध्यायी बंधु का सम्मान किया उक्त अवसर पर श्री धोखा, बांठिया,गोरव जी ने कहा कि तपस्वी की अनुमोदना अगर करना ही चाहते हैं तो जिवन मे कुछ नियम व त्याग लेकर नन्हे तपस्वी भुवल के लिए नो नियम लेकर हृदय से अनुमोदना करें इसी क्रम में जैन मुर्ती पुजक संघ द्वारा उपवास,पोषद, आदि तप आराधक,ज्ञान ध्यान आदि पर भी सम्मानित किया छाजेड़ परिवार द्वारा सकल जैन समाज का आभार व्यक्त किया।भुवल का पारणा करवाकर सकल समाज की गोतम प्रसादी रखी।
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