वर्तमान में शिक्षा बेहतर हासिल करने वालों का भविष्य उज्जवल- श्री पुरोहित।
आमलीभाट की एकीकृत शाला में प्रवेशोत्सव पर भविष्य की भेंट विषय पर कार्यशाला आयोजित।
सरवानियां महाराज। ग्राम आमलीभाट के एकीकृत माध्यमिक विद्यालय में नवीन सत्र के दौरान बच्चों का प्रवेशोत्सव मनाया गया। इस कार्यक्रम के अवसर पर एकीकृत शाला में शासन के निर्देश पर भविष्य की भेंट विषय पर बच्चों की कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में एक दिन के शिक्षक के रुप में बतौर अतिथि कैलाशचंन्द्र पुरोहित सेवानिवृत शिक्षक, पत्रकार दिनेश वीरवाल सरवानिया महाराज, राजमल कारपेंटर थड़ोली , राधेश्याम रावत सेवानिवृत फौजी, भाजपा नेता महेश बैरागी , मदन भट्ट मौजूद थे। कार्यशाला का शुभारंभ जन-गण-मन राष्ट्र गीत व हनुमान चालीसा के पाठ के साथ मां सरस्वती को दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। इसके पश्चात अतिथियों का फुल माला पहनाकर स्वागत किया गया।कार्यशाला में शिक्षा ग्रहण करने वाले बालक बालिकाओं को संबोधित करते हुए विद्यालय के पूर्व प्रधानाध्यापक कैलाशचंन्द्र पुरोहित ने कहा कि भविष्य की भेंट में मुझे भारत का भविष्य नजर आ रहा है। आपको अपना वर्तमान इतना बेहतर बनाना है कि भविष्य का भारत साफ सुथरा नजर आये। श्री पुरोहित ने शिक्षा में मोबाइल को बहुत बड़ा रोड़ा बताते हुए इसके दुष्परिणाम बालक बालिकाओं को बताये । कहा कि अगर इसके सही और सकारात्मक उपयोग किया जाता है तो ठीक है लेकिन इसके नकारात्मक प्रभाव अधिक देखें जाते हैं जो आज की शिक्षा में रोड़ा है। कार्यशाला में पत्रकार दिनेश वीरवाल ने कहा कि आज की शिक्षा आपके आने वाले भविष्य को संवारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगी। इसलिए आज की शिक्षा को गंभीरता के साथ ग्रहण करे ताकि कल जब आपके कंधों पर घर परिवार समाज और देश की जिम्मेदारी का भार आये तो उसे सहजता के साथ उठा सके। पत्रकार बनने की इच्छा रखने वाले बालक बालिकाएं हाई सेकेंडरी और बीए फाइनल के बाद माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता विश्वविद्यालय से पत्रकारिता की शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं या सिधे प्रायवेट सेक्टर से अखबारों , न्यूज चैनल में संवाददाता एंकर बनकर पत्रकार बना जा सकता है। लेकिन नींव तो आज की शिक्षा ही है जितनी बेहतर प्राथमिक माध्यमिक शिक्षा होगी उतने अच्छे परिणाम भविष्य में मिलेंगे। सेना से सेवानिवृत्त फौजी राजमल कारपेंटर थड़ोली ने कहा कि वर्तमान शिक्षा ही भविष्य का निर्णय करती है। इसलिए शिक्षा के साथ साथ अपनी रुचि अनुसार कार्य भी करते रहे। सेना में जाने के लिए समय समय पर वाट्ंस निकलती है जो दसवीं और बारहवीं के बाद भर सकते हैं। कार्यशाला को राधेश्याम रावत सेवानिवृत फौजी नर्सिंगपुरा , मदन भट्ट , महेश बैरागी ,सुरज भट्ट, प्रधानाध्यापक विनोद बिलावत , शिक्षक सुशील जैन , अर्चना भट्ट, दशरथ हिंदल , लोकेश कारपेंटर ने भी संबोधित किया। संचालन सुशील जैन ने किया।
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