महाविद्यालय जीरन में भाषण प्रतियोगिता में प्रथम लक्ष्मी माली दूसरा स्थान विजयलक्ष्मी शर्मा ने और तीसरे स्थान पर वैदिक जाट रही।

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महाविद्यालय जीरन में भाषण प्रतियोगिता में प्रथम लक्ष्मी माली दूसरा स्थान विजयलक्ष्मी शर्मा ने और तीसरे स्थान पर वैदिक जाट रही।

शासकीय महाविद्यालय जीरन में स्वामी विवेकानंद के लिए मार्गदर्शन योजना के तहत आज प्रो.दिव्या खरारे के निर्देशन में आज आजादी महोत्सव के तहत भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें विभिन्न छात्र-छात्राओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया इसमें प्रथम रही छात्रा लक्ष्मी माली बीए प्रथम वर्ष की छात्रा है उन ने अपने भाषण मे बताया की झांसी की रानी लक्ष्मीबाई वास्तविक अर्थ में आदर्श वीरांगना थीं। द्वितीय स्थान विजय लक्ष्मी बीए प्रथम वर्ष ने प्राप्त किया उन्होंने अपने भाषण मे बताया की भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महानायक एवं लोकप्रिय स्वतंत्रता सेनानी चंद्रशेखर आजाद का जन्म 23 जुलाई, 1906 को मध्यप्रदेश के झाबुआ जिले के भाबरा नामक स्थान पर हुआ। उनके पिता का नाम पंडित सीताराम तिवारी एवं माता का नाम जगदानी देवी था। उनके पिता ईमानदार, स्वाभिमानी, साहसी और वचन के पक्के थे। यही गुण चंद्रशेखर को अपने पिता से विरासत में मिले थे।
तृतीय स्थान वेदिका जाट ने बताया की महात्मा गांधी ने कहा था, “मेरा जीवन ही मेरा संदेश है।” 2 अक्टूबर, 1869 को पोरबंदर में जन्मे मोहनदास करमचंद गांधी एक वकील, सामाजिक कार्यकर्ता, राजनीतिज्ञ और लेखक थे। वे भारतीय स्वतंत्रता के लिए राष्ट्रवादी आंदोलन के प्रमुख बने। उनके विनम्र कार्यों के कारण ही उन्हें राष्ट्रपिता के रूप में सम्मानित किया गया। उनके सम्मान में ही हम हर साल 2 अक्टूबर को गांधी जयंती मनाते हैं , जिसे राष्ट्रीय अवकाश भी घोषित किया जाता है
इस प्रतियोगिता का संचालन टी.पी.ओ. डॉ सोनम घोटा द्वारा किया गया एवं समापन डॉ. बाला शर्मा द्वारा किया गया इस अवसर पर सभी छात्र-छात्राएं और संपूर्ण स्टाफ उपस्थित रहा

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