लुहारिया चुण्डावत मे अपने घर मे पलंग पर सोए 6 साल के मासूम आदिवासी बालक प्रदिप का अज्ञात आरोपी ने किया रात्रि में अपहरण
पुलिस प्रशासन एवं ग्रामीणों की सजगता से अपहरण कर्ता बच्चे को सुरक्षित जंगल मे छोड़ हुआ फरार
एसपी एवं एसडीओपी ने घटना स्थल पर पहुंच किया मौका मुयायना,आरोपी की शिघ्र गिरफ्तारी के लिए पुलिस दल की टिमो का गठन कर किया सभी क्षेत्रों मे रवाना
नीमच जिला मुख्यालय से लगभग 65 किलोमीटर दूर रतनगढ थानान्तर्गत आने वाले मध्यप्रदेश के अंतिम छौर पर बसे ग्राम पंचायत लुहारिया मे शुक्रवार और शनिवार की मध्य रात्रि मे अपनी दादी के पास सोए एक 6 वर्षीय आदिवासी बालक प्रदीप पिता नंदलाल भील को कोई अज्ञात व्यक्ति रात्रि लगभग 12 बजे उठा ले गया।बच्चे के जोर से रोने की आवाज सुन दादी की नींद खुल गई।और उसने कुछ दूरी तक अपहरण कर्ता का पीछा कर बच्चे को छुड़ाने का प्रयास भी किया।लेकिन वह अंधेरे का फायदा उठाकर बच्चे को लेकर जंगल की ओर भाग गया।बच्चे की दादी ने ग्रामीणों को आकर जानकारी दी तो ग्रामीणो द्वारा डायल हंड्रेड को सूचना दी गई।जिस पर जिला पुलिस अधीक्षक के कुशल दिशा निर्देश में मौके पर रतनगढ़ थाना प्रभारी बीएस गोरे मय दल बल के साथ पहुंचे।एवं आदिवासी भील समाज के बालक के अपहरण की घटना को गंभीरता से लेते हुए ग्रामीणों के सहयोग से रात्रि में ही अलग अलग पुलिस व ग्रामीणों की टीमों को घने जंगल में अपहरत बच्चे को ढूंढना प्रारंभ कर दिया गया।बताया जा रहा है।कि बच्चे के माता पिता की आपस मे किसी बात को लेकर अनबन है।और पिछले कुछ माह से बच्चे की माता अभी लुहारिया गांव मे ही स्थित अपने पिहर मे ही रह रही है।और बच्चा प्रदिप अपने पिता के पास मे रह रहा है।सम्भवतया पुलिस टिमो की रातभर की सर्चिंग और ग्रामीणों के शोरगुल को सुन अपहरणकर्ता घबरा कर बच्चे को जंगल मे छोड़ कर फरार हो गया।पुलिस एवं ग्रामीणों के दल को गांव से लगभग 4/5 किलोमीटर दूर जंगल में खुड़की माता जी के पास लावारिस अवस्था में बच्चा सुरक्षित रूप में मिल गया।जिसे पुलिस द्वारा उसके परिजनो को सकुशल सौंप दिया गया है।प्रातः9 बजे जिला पुलिस अधीक्षक अंकित जायसवाल भी घटनास्थल पर पहुंचे एवं बारीकी से मौका मुआयना कर अज्ञात अपहरणकर्ता की गिरफ्तारी के लिए पुलिस दल की अलग अलग टिमो को जंगल मे रवाना किया।इस दौरान
मौके पर जिला पुलिस अधीक्षक नीमच अंकित जायसवाल,एसडीओपी पुलिस जावद निलेश्वरी डाबर, रतनगढ़ थाना प्रभारी बीएस गोरे,एसआई भगवतसिंह राजपूत, एएसआई मंगलसिंह, एएसआई अर्पिता बोहरा,सूचना संकलन प्रभारी आरक्षक मोहन प्रकाश,आरक्षक संदीप जाट,आरक्षक तेजकरण जोशी आदि उपस्थित थे। अपहरत बालक को खोजने में विशेष रुप से ग्रामीणों सरपंच श्यामनाथ योगी,पूर्व सरपंच रघुवीर सिंह चुंडावत,पाबूदान रायका,हिरालाल धोबी,रामलाल भील, उदयराम मेघवाल, शंकरलाल धोबी, चम्पालाल धाकड़, शांतिलाल सैन,सुरेश धोबी,लीलाराम मेघवाल,सत्यनारायण धाकड़, बालमुकुंद धोबी, श्यामलाल धाकड़, राजेन्द्र धाकड़, राजू भील, जोगेंद्र चारण, विनय चारण,केशव प्रसाद चारण,राजेश सोलंकी, नेमीचंद चारण आदि की भी सराहनीय भूमिका रही।
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