सभी अधिकारी अपने कर्तव्यों का ईमानदारी से निर्वहन करें : मुख्य अतिथि एवं पूर्व एडीएम श्री राजावत
सुशासन सप्ताह अंतर्गत कलेक्टर कार्यालय सभागार में प्रसार कार्यशाला का हुआ आयोजन
मंदसौर – सुशासन सप्ताह अंतर्गत कलेक्टर कार्यालय सभागार में एक दिवसीय प्रसार कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व एडीएम श्री नरेंद्र सिंह राजावत शामिल हुए। इस अवसर पर सीईओ जिला पंचायत श्री राजेश कुमार जैन, अपर कलेक्टर श्रीमती एकता जायसवाल, सभी जिलाधिकारी मौजूद थे। प्रत्येक वर्ष 25 दिसम्बर को सुशासन दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष भी भारत सरकार द्वारा 19 से 24 दिसम्बर 2024 तक सुशासन सप्ताह मनाया जा रहा है। सुशासन सप्ताह अंतर्गत ‘प्रशासन गांव की ओर चलाया जा रहा है एवं जन समस्याओं का निराकरण किया जाकर अधिक से अधिक व्यक्तियों को सेवाओं का लाभ प्रदान किया जा रहा है।
इस अवसर पर जिले में नवाचार करने वाले हितग्राहियों ने नवाचार के संबंध में अपने अनुभव बताए। धुंधडका गौशाला से श्री पाटीदार, धुंधडका के सरपंच जिन्होंने गौशाला में सोलर सिस्टम लगाया। पाली हाउस में पान खेती करने वाले अनिल बंबोरिया एवं दानेदार जैविक खाद बनाने वाले ईश्वर अटेला ने अपने अनुभव साझा किए।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि एवं पूर्व एडीएम श्री राजावत ने कहा कि सभी अधिकारियों एवं कर्तव्यों को अपने कर्तव्यों का भली-भांति निर्वहन करना चाहिए। किसी व्यक्ति को सही सलाह एवं मार्गदर्शन देना भी किसी सुशासन से कम नहीं है। सभी व्यक्तियों को समय का पाबंद होना चाहिए। समय पर ऑफिस का या कोई कार्य सभी समय पर करना चाहिए। योजनाओं को लोगों तक अच्छे से पहुंचाए। जितने भी अधिकारी कर्मचारी हैं वह सौभाग्यशाली हैं कि वे यहां बैठे हैं और लोगों की सेवा कर रहे हैं।
सीईओ जिला पंचायत श्री राजेश कुमार जैन द्वारा कहा गया कि निराश्रित गायों को गौशाला में छोड़ने के लिए लगातार कार्य किया जा रहे हैं। गाय इकोसिस्टम के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होती है, जो भी गाय पालने वाले मालिक हैं। उनको गायों को अच्छे देखभाल करनी चाहिए। गौशालाओं को आत्मनिर्भर बनाना हमारा प्रमुख लक्ष्य है। जिसमें धुंधडका गौशाला ने करके भी दिखाया है। भारत में रोड दुर्घटनाएं बहुत ज्यादा होती है। उसको रोकने के लिए भी हम सबको सार्थक प्रयास करने होंगे।
अपर कलेक्टर श्रीमती एकता जायसवाल द्वारा कहा गया कि, नियमों को अच्छे से पड़े। फिर कार्य करना चाहिए। कार्य को आसान तरीके से करने का प्रयास करना चाहिए। पहले समस्याओं को अच्छे सुने फिर उसका समाधान करें। सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को अपनी नौकरी का सम्मान करना चाहिए। नौकरी के साथ-साथ निजी जीवन में भी बैलेंस बनाना बहुत जरूरी है। शासकीय सेवा में लोगों की सेवा करने का मौका मिलता है। छोटे से काम से अगर किसी का काम होता है तो वह करना चाहिए।
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