एसआईआर… तकलीफों और परेशानी के बीच डटे बीएलओ, ठंड में भी बीएलओ के छूट रहे हैं पसीने
कहीं नेटवर्क तो कहीं लोग नही मिल रहे, फिर भी कुछ बीएलओ अपने लक्ष्य तक पहुंच गये
चीताखेड़ा – जिले में मतदाता सूची विशेष गहन पुनरीक्षण( एस.आई.आर. -26) का कार्य जिला कलेक्टर डॉ हिमांशु चंद्रा के निर्देशन में लगातार प्रगति पर चल रहा है। इस दौरान बीएलओ 4 नवंबर से लोगों के घर-घर पहुंच रहे हैं। यह सर्वे अभियान आगामी 4 दिसंबर तक चलेगा, लेकिन इस दौरान बीएलओ को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। कई गांवों मौहल्लों में मोबाइल कवरेज नहीं मिलने से एप नहीं चल पाता, ऐसे में बीएलओ और लोग खासे परेशान हो रहे हैं। वहीं दूसरी समस्या रोजगार के अभाव में पलायन की भी सामने आ रही है, हालांकि इसके बावजूद नीमच विधानसभा क्षेत्र के चीताखेड़ा के वार्ड क्रमांक 15,16 और 17 के पोलिंग बूथ क्रमांक 232 के बीएलओ कमलेश शर्मा व बीएलओ सहायक अर्पिता शर्मा ने अपने विवेक और सुझबुझ से सुबह से देर रात तक कार्य कर घर-घर जाकर गणना पत्रक (फार्म) भरकर मिले लक्ष्य के नजदीक पहुंच गये है। पोलिंग बूथ क्रमांक 232 पर कुल 781 मतदाता हैं जिनमें से अभी तक 550 गणना पत्रक फार्म भर चुके हैं। पलायन कर चुके परिवारों के रिश्तेदारों के माध्यम से ऐसे लोगों को सूचना दी गई है कि वह तय तारीख से पहले ही एसआईआर की प्रक्रिया पूरी करा लें।
वही गांवों में बीएलओ को एक समस्या लोगों के नहीं मिलने की है। दरअसल अधिकांश गांवों में सुबह से ही मजदूर परिवार घरों से निकलकर मजदूरी के लिए चले जाते हैं। ऐसे बीएलओ को बार-बार उनके घरों के चक्कर लगना पढ़ रहे हैं। फार्म वितरण का काम जारी है। लेकिन जो चुनौतियां आ रही है उससे बीएलओ को परेशान भी होना पड रहा है। आमजन को जागरूकता के अभाव में बीएलओ को बड़ी दिक्कत आ रही है । गहन पुनरीक्षण (sir-26) के जागरूक कार्य में पंचायत पूरी तरह से निष्क्रिय है। वहीं राजनीतिक स्तर पर भी कांग्रेस खेमे से चीताखेड़ा में छ: पोलिंग बूथों पर छः बीएलए नियुक्त किए गए हैं लेकिन सभी बीएलए अभी तक वार्डों में नहीं गए हैं।
एसआईआर की प्रक्रिया में नीमच विधानसभा क्षेत्र के चीताखेड़ा में वार्ड क्रमांक 15,16 और 17 के पोलिंग बूथ क्रमांक 232 के बीएलओ कमलेश शर्मा और बीएलओ सहायक अर्पिता शर्मा अच्छे से कार्य रहे है। इन्होंने लगभग लक्ष्य को प्राप्त कर लिया है। चीताखेड़ा में 20 वार्डों में छह पोलिंग बूथ हैं जहां शत-प्रतिशत फीसदी गणना पत्र बंट गए है। इसके बाद फार्म एकत्र कर मौके पर ही फार्म भरने की प्रक्रिया की जा रही है । 4 दिसंबर तक एसआईआर की प्रक्रिया चलेगी।
पलायन सबसे बड़ी समस्या–
एसआईआर प्रक्रिया में सबसे बड़ी समस्या पलायन है।क्षेत्र से बड़ी संख्या में लोग रोजगार की तलाश में अन्य राज्यों में पलायन कर गए हैं।अलग अलग कार्य को लेकर बडी संख्या में लोग शहरी क्षेत्र जयपुर, जोधपुर, भीलवाड़ा, कपासन, चित्तौड़गढ़ सहित अन्य राज्यों में मजदूरी करने पलायन कर गए हैं। बीएलओ घर-घर जा रहे हैं,लेकिन पलायन कर जाने से गांवों, गलियों में लोग नहीं मिल रहे हैं। पलायन कर गए लोगों से बीएलओ और परिवार के सदस्य रिस्तेदारों से संपर्क कर उन्हें निर्धारित समय से पहले गांव, गलियों में आकर प्रक्रिया पूरी कराने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।
वेबसाइट पर देख सकते हैं 2003 की मतदाता सूची
एसआईआर के दौरान सबसे महत्वपूर्ण 2003 की मतदाता सूची है। मतदाता 2003 की मतदाता सूची मात्र निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर आसानी से देख सकते हैं। खुद और परिजन की जानकारी सूची से आसानी से पता किया जा सकता है। मतदाताओं को बीएलओ गणना पत्रक दे रहे हैं।