जिले के किल्लौद ब्लॉक अर्न्तगत धनवानी गांव में सेक्टर स्तरीय बैठक सम्पन्न
खण्डवा – राष्ट्रीय वाहक जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम अन्तर्गत जून माह को मलेरिया निरोधक माह के रुप में मनाया जा रहा है। इस संबंध में गुरूवार को किल्लौद ब्लॉक के बिल्लौद उपकेन्द्र के अर्न्तगत आने वाले ग्राम धनवानी में मलेरिया के प्रति जागरुकता हेतु सेक्टर स्तरीय कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में समझाया गया कि मलेरिया एक संचारी रोग है, यह रोग एक सूक्ष्म परजीवी की वजह से होता है। इस बीमारी में ठंड लगकर बुखार आता है। जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया कि इस दौरान बताया गया कि मलेरिया कैसे फैलता है। कार्यशाला में बताया कि मलेरिया का मच्छर ठहरे हुए साफ पानी में पैदा होता है। अतः अपने आसपास पानी इकठ्ठा न होने दें। जब कोई संक्रमित मादा एनाफीलिज मच्छर स्वस्थ व्यक्ति को काटती है, तो उसे कुछ दिनों पश्चात बुखार आता है। इस हेतु घरों के आसपास, घरों की छत, गेलरी आदि स्थानों पर मच्छर न पनपने दें। मच्छरों के काटने से बचाव हेतु मच्छरदानी का उपयोग, नीम की पत्ती का धुँआ करें, जालीदार दरवाजे खिड़कियाँ लगाये, पूरी बाह के कपड़े पहने, बुखार आने पर तुरंत खून की जाँच करवाये, मलेरिया की पुष्टि होने पर मलेरिया का पूर्ण उपचार लें।
मलेरिया के अतिरिक्त अन्य वाहक जनित बीमारियाँ डेंगू, चिकनगुनिया का वाहक मच्छर घर एवं घर के आसपास रखे ड्रम, कुलर, गमले छत पर रखे कबाड, खुली टंकिया, टायर, फ्रीज की ट्रे आदि में पनपता है। मलेरिया, डेंगू एवं चिकनगुनिया के मच्छरों को पनपने से रोकने के लिये आमजन एवं सभी सरकारी कार्यालयों में रखे कुलर छत पर रखे कबाड, ड्रम आदि का सप्ताह में एक बार अवश्य खाली कर साफ करें।
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