तेंदुए के हमले से खुद को बचाना और दूसरों को बचाने का प्रयास करना एक अत्यंत साहसिक कार्य है
ऐसी वीरांगना महिला को निश्चित रूप से सम्मानित किया जाना चाहिए, मंदसौर कलेक्टर से श्रीमति विष्णुबाई को राष्ट्रपति या राज्यपाल पुरस्कार जैसे सम्मान दिलवाने की मांग-एनजीओ
मंदसौर। मध्यप्रदेश, मंदसौर के संजीत नाका क्षेत्र की एक कॉलोनी में एक तेदुआ गलियों मे दौड़ता रहा, तेदुआ एक निर्माणाधीन मकान मे घुस गर गया, क्षेत्र मे भय के माहोल मे एक महिला ने हौंसलें से दिमाग लगाकर तेदुआ को घर मे कैद कर दिया। महिला ने तेंदुआ की झपट से खुद को बचाकर बड़ी बहादुरी का कार्य तो किया ही है पर वहां मौहल्ले मे बच्चों और बुजुर्गाे का शिकार बनने से बचाया।
गैर सरकारी संस्था रूरल पब्लिक सर्विसेस के डायरेक्टर राधेश्याम मारू पत्रकार ने जिला प्रशासन के मुखिया कलेक्टर से ट्वीट कर मांग की है की जांबाज महिला श्रीमति विष्ण पति ओमप्रकाश राठौर को पुरस्कुत करने के प्रस्ताव पर विचार करे और ऐसी मात्र शक्ति को सम्मान मिले ऐसे प्रयास किये जावे।
तेंदुए के हमले से खुद को बचाना और दूसरों को बचाने का प्रयास करना एक अत्यंत साहसिक कार्य है, और ऐसी वीरांगना महिला को निश्चित रूप से सम्मानित किया जाना चाहिए; एसी बहादुरी न सिर्फ जान बचाती है बल्कि पूरे समुदाय में हिम्मत और सुरक्षा का एहसास कराती है, और ऐसे ही लोगों को राष्ट्रपति या राज्यपाल पुरस्कार जैसे सम्मान मिलने चाहिए तॉकि दूसरों को भी प्रेरणा मिले और वन्यजीवों के साथ सुरक्षित सह-अस्तित्व के लिए जागरूकता बढ़े। शहर व जिला के प्रबुद्धजनों को इस महिला के कार्य की सराहना करनी चाहिए।
