मोरवन बांध हुआ 51 फिट चादर चलने में मात्र 1 फिट पानी की आवश्यकता
क्षेत्र के किसानों में खुशी की लहर
मोरवन:- जिले सहित क्षेत्र में हो रही लगातार बारिश से नदी नाले उफान पर है साथ ही जिले के बने छोटे बड़े बांध लबालब हो गए हैं।जिले की सबसे बड़ी सिंचाई योजना 52 फिट भराव क्षमता वाला मोरवन डैम 51 फिट हो चुका है वेस्टवेयर चलने में मात्र 1 फिट पानी की आवश्यकता है। बांध भर जाने से किसानों सहित क्षेत्र के लोगों में खुशी व्याप्त हैं साथ ही दूर-दूर से लोग बांध को देखने के लिए मोरवन बांध पहुंच रहे हैं गौरतलब है कि मोरवन चादर चलने पर दूरदराज से लोग चादर में नहाने का लुफ्त उठाने के लिए यहां पहुंचते हैं साथ ही नीमच सिंगोली रोड के नीचे से गिरता हुआ झरना भी लोगो को खूब लुभाता है।
20 किमी नहर से करीब 2 हजार हेक्टेयर में किसान को सिंचाई का फायदा मिलता है।मोरवन डैम की भराव क्षमता 15.7 मिलियन क्यूबिक मीटर है।
20 किमी लंबी है मुख्य नहर मोरवन डेम से निकलने वाली मुख्य नहर 20 किमी लंबी है। मुख्य नहर से करीब 14 किमी की दो नहरें लोद और रुपपुरा निकलती है। इनसे 7 छोटी नहरे 15 किमी लंबी है। इनसे करीब 5 हजार किसानों के खेतों में सिंचाई होती है।
इन गांवों को मिलता है फायदा डैम की नहर से 18 गांवों के किसान सिंचाई करते हैं। इनमें चौकानखेड़ा, लालपुरिया,बावल, सरवानिया महाराज, समेल, गणेशपुरा, बरखेड़ा मीणा, मुंकदपुरा, उपरेड़ा, नानपुरिया सहित जावद क्षेत्र के गांव शामिल है।
डैम के निर्धारण क्षेत्र में बने कुएं से सरवानिया महाराज व जावद पेयजल के लिए पानी सप्लाई होता है।
ये भी पढ़े – भादवी बीज पर बाबा रामदेव जयंती मनाई गई