उज्जैन की घटना को लेकर मंदसौर में म.प्र. विद्युत वितरण विभाग कर्मचारी, अधिकारी संघ संयुक्त मोर्चा ने सौंपा ज्ञापन
मंदसौर। म.प्र. विद्युत वितरण विभाग कर्मचारी, अधिकारी संघ संयुक्त मोर्चा, मंदसौर ने बताया कि देवीसिंह चौहान अधीक्षण यंत्री उम्र 57 वर्ष के साथ उज्जैन पुलिस ने मारपीट कर झूठी एफ.आई.आर. दर्ज की गई है जिसके विरोध में आज ज्ञापन सौंपा गया है जिसमें मुख्य रूप से दोषी पुलिस अधिकारियों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही करने की मांग की गई है।
ज्ञापन में बताया गया कि म.प्र. पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड इंदौर के क्षेत्रीय कार्यालय उज्जैन में पदस्थ देवीसिंह चौहान अधीक्षण यंत्री उम्र 57 वर्ष दिनांक 25.10.2025 को विद्युत उपकेन्द्र का निरीक्षण करने हेतु गये थे इसी दौरान दरगाह मण्डी चौराहा उज्जैन पर पुलिस द्वारा वाहन चैकिंग हेतु रोका गया श्री चौहान द्वारा अपना परिचय देने के बाद भी एक पुलिसकर्मी द्वारा वाहन की चाबी निकाली गई जिस पर अधीक्षण यंत्री ने चाबी निकालने का विरोध किया तो पुलिसकर्मी द्वारा अधीक्षण यंत्री श्र चौहान के मुंह पर घूसा मारा व चिमनगंज थाना प्रभारी एवं वहां पर उपस्थित अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक द्वारा श्री देवीसिंह चौहान के साथ मारपीट की गई तथा उनके कपडे फाड दियें। गंभीर मारपीट से उत्पन्न घाव के निशान अब भी स्पष्ट रूप से देखे जा सकते है। इसके उपरांत पुलिस कर्मचारी एवं थाना प्रभारी उन्हें जबरन पकडकर चिमनगंज थाने ले गये जहां पर उन्हें रात्री 11:00 बजे से अगले दिन सुबह 05:00 बजे तक पुलिस थाने पर बैठाकर रखा गया। मेडीकल रिपोर्ट के अनुसार उनके चेहरे पर सीधी आंख के नीचे सूजन के निशान मौजूद है। पुलिस ने रात्री में देवीसिंह चौहान के उपर अकारण दबाव बनाकर माफीनामा भी लिखवा लिया उसके बाद ही उनको थाने से छोड़ा गया। उनके जाने के बाद पुलिस द्वारा अधीक्षण यंत्रीदेवीसिंह चौहान के विरूद्ध पुलिस के साथ मारपीट करने, अभ्रद व्यवहार करने, झूमाझपटी कर पुलिसकर्मी के कपड़े फाडने के संबंध में झूठी एफ.आई.आर. दर्ज की गई।
हम सभी कर्मचारी / अधिकारी संगठन उक्त घटना की घोर निंदा करते है एवं मांग करते हैं कि उक्त प्रकरण में लिप्त पुलिस अधिकारियों / कर्मचारियों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही करने एवं देवीसिंह चौहान अधीक्षण यंत्री के विरूद्ध दर्ज झूठी एफ.आई.आर. निरस्त करने हेतु संबंधित को निर्देशित करने की मांग की गई है।
ज्ञापन वाचन करते समय मौजूद विद्युतकर्मियों ने कहा कि हम सभी विद्युत कर्मचारी / अधिकारी 24 घण्टे प्रदेश के विद्युत उपभोक्ताओं को सतत विद्युत प्रदान करने हेतु रात्री में भी अपनी ड्यूटी संपादित करते है इस प्रकार की बर्बरतापूर्ण पुलिस कार्यवाही से आम विद्युत कर्मी भयभीत एवं तनावग्रस्त है। प्रदेश में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति ना हो एवं विद्युत कर्मचारी / अधिकारी पूर्ण मनोबल के साथ प्रदेश के उपभोक्ताओं की सतत सेवा कर सके।