चना,सोयाबीन का समर्थन मूल्य 8 हजार रुपये,गेंहू 31सो रुपये प्रति क्विंटल में खरीदे सरकार।
मल्हारगढ।वर्तमान में किसानों को उनकी उपज के वाजिब दाम नही मिलने से किसानों में निराशा व्याप्त है मंहगा खाद,बीज लाकर अच्छे भाव मिलने की उम्मीदों पर पानी फिरता दिखाई देरहा है।
मल्हारगढ ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष अनिल शर्मा,नगर कांग्रेस अध्यक्ष रामप्रसाद फरक्या ने शुक्रवार को ग्रामीण क्षेत्रो में पहुंच कर खेतो में जाकर किसानों से चर्चा की किसानों ने बताया कि वर्तमान में हमे किसी भी उपज के वाजिब दाम नही मिल रहे है थोड़ी बहुत उम्मीद लहसुन से थी उस पर भी पानी फिर गया है।अफीम भी सफेद मस्सी,काली मस्सी खाखरीया से ग्रस्त होगई इसका उत्पादन पर भी असर पड़ेगा व काफी कड़ी मेहनत वाली अफीम के भाव भी नाम मात्र के ही है।कुल मिलाकर खेती किसानी अब घाटे का धंधा ही साबित होरही है कई किसान उपजाऊ खेती कॉलोनाइजरो को बेचने को मजबूर है धीरे धीरे खेती का रकबा कम होते जारहा है।क्योकि किसानों को लागत मूल्य तो दूर मजदुरो की मजदूरी भी नही निकल रही है उंटी कि लहसुन 50 से 55 हजार रुपये क्विंटल का बीज लाकर किसानों ने बोई ओर यह लहसुन 3 से 6 हजार रुपये प्रति क्विंटल ही बिक रही है।
ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष अनिल शर्मा ने कहा कि चना, सोयाबीन का समर्थन मूल्य 8 हजार रुपये एवं गेंहू 3100 रुपये प्रति क्विंटल में सरकार को ही खरीदना चाहिए।साथ ही किसान हित में स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को जस की तस शीघ्र लागू करना चाहिए ताकि किसानों को उनकी उपज के वाजिब दाम मिल सके।
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