सनातन धर्म परम्परा का सबसे बड़ा त्यौहार गुरुपूर्णिमा है – मालवा स्वामी
श्री चेतन्य आश्रम में गुरुपूर्णिमा महोत्सव का विशाल आयोजन प्रारम्भ हुआ
मंदसौर। प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी सिद्ध संतो की तपोस्थली श्री चेतन्य आश्रम, मेनपुरिया मंदसौर में गुरुपूर्णिमा महोत्सव का विशाल आयोजन प्रारम्भ हुआ। यंहा 14 अप्रेल से 20 अप्रेल तक शिवमहापुराण की कथा,व 21 अप्रेल 24 को गुरुपूर्णिमा महोत्सव बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जावेगा। परम पूज्य स्वामी धीरेशानंद महाराज के सानिध्य में परम पूज्य स्वामी महेश चेतन्य महाराज के मुखारविन्द से शिव महापुराण की कथा प्रारम्भ हो चुकी है। चेतन्य आश्रम में श्री प्रत्क्षेश्वर महादेव का पूजन कर ,पूज्य संतो की समाधि पूजा पश्चात, पौथी को लेकर सत्संग हाल में पहुंचे।ट्रस्टिंगण, भक्तजनों के साथ मालवा स्वामी पं. श्रीकृष्ण वल्लभ शास्त्री भागवतभूषणाचार्य ने सिर पर पोथी लेकर व्यासपीठ पर विराजमान की। पूजा आरती के बाद शास्त्रीजी ने उदबोधन में कहा कि, सनातन धर्म परम्परा का सबसे बड़ा त्यौहार गुरुपूर्णिमा दिन है। यह विश्व में संदेश देता है कि गुरु बिना कुछ भी संभव नही है। हमारे जीवन में गुरु अनेक रूपों में मार्गदर्शन करता है। अतः गुरु के सानिध्य में,चरणों बैठकर,कथा सत्संग से हमारा कल्याण होता है। पावन अवसर पर प.पूज्य स्वामी शिव चेतन्य महाराज,प.पूज्य मोहनानंद महाराज,प.पूज्य कृष्णा नंद महाराज, प.पूज्य भक्तानंद महाराज, प.पूज्य उज्जैनमुनि महाराज सहित कई पूज्य संतजन एवम विद्वज्जनों का सानिध्य,व उनकी अमृतवाणी सुनने का अवसर प्राप्त होगा,साथ ही सायं काल मे सुंदरकांड व भजन कीर्तन का आनन्द भी होगा।इन समूचे कार्यक्रम में अधिक से अधिक संख्या में पधार कर धर्मलाभ प्राप्त करें।
ये भी पढ़े – किडनी का इलाज करवाने गए ज्वेलर्स के सूने मकान पर चोरों का धावा, करोड़ों के माल पर हाथ साफ