ओंकारेश्वर में नर्मदा पुष्कर महोत्सव का आयोजन 1 मईसे 12 मई तक
तीर्थ नगरीट ओंकारेश्वर में 1 मई से 12 दिवसीय नर्मदा पुष्कर महोत्सव प्रारंभ हो रहा है इस 12 दिवसीय धार्मिक आयोजन में दक्षिण भारत से लाखों श्रद्धालुओं ओंकारेश्वर पहुंचेंगे।
इस कार्यक्रम का आयोजन चेन्नई के महालक्ष्मी चैरिटेबल ट्रस्ट कर रहा है।
इस महत्व उत्सव के एक दिन पहले मंगलवार से ही सैकड़ो श्रद्धालु दक्षिण भारत से पहुंच चुके थे वही सैकड़ो भक्तों के उपस्थिति में स्थानीय आचार्य पंडित अशोक दुबे के सानिध्य में ज्योतिर्लिंग ओंकारेश्वर ममलेश्वर एवं मां नर्मदा को हवन कर कार्यक्रम में उपस्थित होने का निमंत्रण दिया गया।
प्रति 12 वर्षों में दक्षिण भारत के भक्ति श्रद्धालुओं द्वारा नर्मदा पुष्कर महोत्सव का आयोजन तीर्थ नगर ओंकारेश्वर में किया जाता है कार्यक्रम की शुरुआत मंगलवार को देवताओं को स्थान वह आज्ञा देकर हुई।
वही शाम को जल पत्रों में सात नदियों का जल का आवाहन करके उनकी पूजा की गई।
बता दे की मुख्य आयोजन 1 में से 12 में तक चलेगा।
जिसमें मां नर्मदा में स्नान होम यज्ञ अनुष्ठान अनेक धार्मिक कार्यक्रम स्थानीय गजानन सेवा संस्थान में होंगे।
प्रति12 वर्षों में एक बार तीर्थ नगरी ओमकारेश्वर में नर्मदा पुष्कर महोत्सव का आयोजन होता है।
ओंकारेश्वर तीर्थ नगरी में जगतगुरु भगवान शंकराचार्य द्वारा 7 वर्ष के आयु में यहां पहुंचकर मां नर्मदा के तट पर और भगवान ओंकारेश्वर के सानिध्य में अपने गुरु गोविंद आचार्य किस दीक्षा और शिक्षा ग्रहण की थी
जगद्गुरु शंकराचार्य के प्रमुख स्थानों में नर्मदा तट पर बसी तीर्थ नगरी ओमकारेश्वर है।
इस कारण दक्षिण भारतीय श्रद्धालू प्रदीप 12 वर्ष में वैदिक पद्धति से यहां नर्मदा पुष्करमहोत्सव आयोजन करते हैं।
वही एसडीएम पुनासा शिवम प्रजापति ने दक्षिण भारत से आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए पुराने बस स्टैंड से जेपी चौक तक बड़े छोटे वाहन पूर्ण प्रतिबंध कर दिया गया है स्थानीय वाहन चालकों को आधार कार्ड दिखाने केआधार पर ही प्रवेश दिया जाएगा।
एसडीएम शिवम प्रजापति ने स्थानीय नागरिकों से अपील की है कि अपने साथ आधार कार्ड अवश्य रखें।
मिश्रीलाल कोहरे ओंकारेश्वर से
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