बुंदेलखंड में धार्मिक तीर्थ छतरपुर जिले के बागेश्वर धाम गढा में विदेशी सैलानी, भक्त व अनुनाई झुकाते सिर, विंध वाधा और समस्याए होती निराकृत,केंद्र सरकार को चेतावनी हिंदू राष्ट्र के लिए संविधान में करें संशोधन: बागेश्वर धाम गढा के आचार्य धीरेंद्र शास्त्री की सनसनीखेज डिमांड,
बुंदेलखंड की विश्व में धूम मचाने वाले छतरपुर जिले के बागेश्वर धाम गढा के आचार्य धीरेंद्र शास्त्री ने केंद्र सरकार को चेतावनी देकर महाराष्ट्र के पुणे में सनसनीखेज डिमांड की है। उन्होंने मांग की है कि देश को हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए संविधान में संशोधन किया जाना चाहिए। सनातन भारतीय संस्कृति और हिंदू एकता को मजबूत करने के लिए हम ‘दरबार’ का आयोजन करते हैं। अगर किसी को इस पर आपत्ति है तो उन्हें कोर्ट में आकर अपनी बात रखनी चाहिए। धीरेंद्र शास्त्री ने महाराष्ट्र अंधश्रद्धा उन्मूलन समिति को आमने सामने की चुनौती इन शब्दों में दी। ‘दूध का दूध, पानी का पानी’ हो जाए। उन्होंने अपने भक्त राजनेताओं से यह भी कहा। उन्होंने कहा कि चुनाव तभी जीता जा सकता है, जब राजनेता जनता को ‘पिता’ के समान मानें। वहीं, बागेश्वर धाम सरकार ने यह रुख रखा कि भारतीय संविधान में अब तक 700 बार संशोधन किया जा चुका है। ऐसे में हिंदू राष्ट्र के निर्माण के लिए एक बार संशोधन किया जाना चाहिए। यहां दिव्य दरबार में उन्होंने सरकार पर बार भी तीखे बार किए। बुंदेलखंड में धार्मिक तीर्थ छतरपुर जिले के बागेश्वर धाम गढा में विदेशी सैलानी, भक्त व अनुनाई झुकाते सिर, विंध वाधा और समस्याए निराकृत होती है ।
कभी भी रावण से फोन पर बात नहीं की
दरअसल महाराष्ट्र अंधविश्वास उन्मूलन समिति ने मांग की थी कि बागेश्वर धाम सरकार के दावे असंवैधानिक, अवैज्ञानिक और अंधविश्वास को बढ़ावा देने वाले हैं। इसलिए, उनके खिलाफ जादू टोना विरोधी कानून के तहत मामला दर्ज किया जाना चाहिए। उस पर धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि हम सनातन हिंदू संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए दरबार लगाते हैं। मैंने कभी भी रावण से फोन पर बात नहीं की।
मैं जादू मंत्र चिकित्सा की वकालत करता हूं
धीरेंद्र शास्त्री ने आगे कहा कि हास्य के माध्यम से श्रद्धालुओं को संस्कृति समझाने का प्रयास किया गया। हालांकि मैं जादू और मंत्र चिकित्सा की वकालत करता हूं लेकिन मैं अस्पतालों का विरोधी नहीं हूं। इसलिए अगर महाराष्ट्र अन्निस के कार्यकर्ताओं को कोई आपत्ति है तो वे कोर्ट में जाकर अपनी बात पेश करें। बागेश्वर धाम सरकार ने उत्तर दिया कि मैं प्रभु की मुझ पर कृपा के कारण साफ बोल रहा हूं। इसके लिए कोई बहाना मत बनाइए।
उस बयान के लिए माफी
इस मौके पर बागेश्वर धाम सरकार ने संत तुकाराम महाराज को लेकर दिए गए विवादित बयान पर माफी मांगी। संत तुकाराम भगवान के समान हैं और मेरी उनके प्रति अगाध निष्ठा है। मैंने वह बयान एक किताब के एक लेख पर बुंदेलखंडी लहजे में बोलते हुए दिया था। यदि किसी की आस्था को ठेस पहुंची हो तो क्षमा करें। उन्होंने कहा कि अगर पुणे यात्रा के दौरान मुझे समय मिला तो मैं देहू जाऊंगा और संत तुकाराम महाराज की समाधि के दर्शन करूंगा।
हिन्दू राष्ट्र के लिए संविधान में संशोधन करें
बागेश्वर धाम सरकार ने यह रुख रखा है कि भारतीय संविधान में अब तक 700 बार संशोधन किया जा चुका है। हिंदू राष्ट्र के निर्माण के लिए एक बार संशोधन किया जाना चाहिए। हिंदू राष्ट्र या रामराज्य में अल्पसंख्यकों को कहीं जाने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि धर्म के अंदर सामाजिक समरसता, समानता और कर्म का महत्व होगा। हालांकि, अगर किसी के दिल में झूठ है, तो उसके लिए हिंदू राष्ट्र में कोई जगह नहीं है।
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