जीरन – बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में मनाए जाने वाले मुख्य त्यौहार दशहरा पर्व जीरन में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। नगर के प्रमुख प्रचीन मंदिर समर्थ लंका विजय हनुमान मंदिर बाला हनुमान मंदिर प्रतापगढ़ दरवाजा स्थित हनुमान मंदिर विजय हनुमान मंदिर मालियों की बावड़ी पर नो दिन तक अखण्ड रामायण पाठ किया गया जिसका समापन विजयादशमी पर हवन यज्ञ के साथ पूर्ण किया गया व प्रशाद वितरण किया गया। नवरात्रि में एकम से खेड़ा माताजी कंकाली माताजी व देवनारायण मंदिर व नगर के सभी मंदिरों से भव्य जुलूस के साथ बाडी विसर्जन किया गया जीरन नगर परिषद द्वारा दशहरा पर्व पर पारंपिक एक दिवसीय मेले का आयोजन किया गया जिसमें कई रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया एक दिन पहले भव्य आर्केस्ट्रा का आयोजन नगर परिषद द्वारा किया गया। मेले में मनिहारी के साथ विभिन्न प्रकार की सजा सज्जा की दुकानें बाजार की रौनक बनी। पुरानी परंपरा के अनुसार कई स्वांग धारियों ने स्वांग धर मनोरंजन किया तो वही धार्मिक झांकियों भी आकर्षक बनी रही। नगर परिषद द्वारा 21 फिट रावण के पुतले का दहन भव्य आतिश बाजी के साथ किया अतिथियों द्वारा स्वांग धारी व धार्मिक झांकियों की प्रस्तुति देने वाले को पुरस्कृत किया गया। राजेश प्रजापति द्वारा निर्मित झांकी नरसिंग भगवान के अवतार को 2100/- का प्रथम पुरस्कार दिया व रोहित प्रजापति द्वारा निर्मित भगवान देवनारायण का कमल के पुष्प में अवतार को द्वितीय पुरस्कार 1100/- दिया गया और गोपीलाल राठौर द्वारा गाडिलोहर का स्वांग लाने पर तृतीय पुरस्कार 751/- की राशि से पुरस्कृत किया गया। मेला स्थल पर प्रेस परिषद द्वारा कवि सम्मेलन आयोजित किया गया।
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