सड़क सुरक्षा को प्रभावी बनाने के इंतजाम को चुनौती दे रहा ताल नदी का अंधा मोड़ हो चुकी है कई दुर्घटनाए
फिर भी जिम्मेदार नहीं दे रहे ध्यान
सिंगोली:- सड़क सुरक्षा को प्रभावी बनाने के लिए ट्रेफिक पुलिस और परिवहन विभाग द्वारा सभी मानकों को पूरा कर सुरक्षा के इंतजाम किए जाते हैं। लेकिन नीमच सिंगोली सड़क पर ताल नदी के समीप आज भी अंधे मोड़ के कारण लोगों की जान के लिए आफत बने हुऐ हैं। जिस पर रात तो छोड़ो दिन में ही अब तक वाहनो के पलटने की दर्जनों दुर्घटनाऐ हो चुकी हैं जिसमें लोगों जान भी जा चुकी है, जबकि कई लोग घायल हुए हैं। यह अंधे मोड़ लोगों को जीवन भर का दर्द दे रहे हैं। बावजूद मोड़ पर सुरक्षा के लिए प्रशासन अब तक ठोस प्रबंध नहीं कर सका है।
रविवार 21 जुलाई 2024 को भी एक बार फिर ऐसी ही दुर्घटना इस ताल नदी के अंधे मोड़ पर हुई जिसमें ट्रक क्रमांक RJ 53 GA 1097 नीमच और से सिंगोली तरफ लोड़ होकर जा रहा था तभी दिन में 4 बजे करीब इस अंधे मोड़ पर अनियंत्रित होकर पलट गया जिसमें क्लीनर को गंभीर चोट होने पर सिंगोली सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुचाया गया जहाँ उसका प्राथमिक उपचार कर क्लीनर का एक हाथ काम नही करने एवं अंदरूनी चोटे होने से एम्बुलेंस द्वारा नीमच रेफर किया गया वही ड्राइवर को कोई गंभीर चोट नही आई
यू-टर्न पर बिगड़ रहा नियंत्रण
नीमच सिंगोली सड़क पर ताल नदी के पास यू-टर्न पर वाहनों का नियंत्रण बिगड़ जाता है और वह दुर्घटनाओं का शिकार हो जाते हैं। जिसकी वजह से वाहन चालक रात छोड़ दिन में ही चकमा खा जाते हैं। इस अंधे मोड़ के अलावा सड़क के दोनों तरफ खड़ी झाड़ियों के कारण आमने-सामने से आने वाले वाहन दिखाई नहीं देते हैं। जिसके कारण वाहन चालक दुर्घटनाओं का शिकार हो जाते हैं। मोड़ पर खड़ी बड़ी-बड़ी झाड़ियों से वाहन अनियंत्रित हो जाते हैं। दूसरी तरफ यू-टर्न लोगों के लिए आफत बना हुआ है। इससे कई बड़े हादसे हो चुके हैं। जिनसे न तो प्रशासन ने अभी तक सबक नहीं लिया है। न ही कोई जनप्रतिनिधि जिम्मेदारी के प्रति सजग हुआ है |
यह होने चाहिए इंतजाम –
मोड़ पर दोनों तरफ बैरिकेड्स लगाकर स्पीड ब्रेकर बनाए जाएं।
हादसे रोकने के लिए मोड़ पर दिशा निर्देशक संकेतक लगाए जाएं।
मोड़ पर दोनों तरफ खड़ी झाड़ियों को काटा जाए।
मोड़ से पहले स्पीड ब्रेकर बनाए जाएं।
वाहनों की रफ्तार कम करने के लिए बड़े डामरी कृत स्थाई ब्रेकर बनाए जाएं।
वही दुर्घटना के समय मौजूद ग्रामीणों एवं राहगीरों का कहना है की इस मोड़ पर सड़क सुरक्षा के लिए पर्याप्त इंतजाम नहीं होने से आए दिन लोग दुर्घटना में अपने शरीर मे दर्द झेलने को मजबूर हो जाते है व कई बार अपनी जान गंवा देते हैं। प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों का इस तरफ कोई ध्यान नहीं है।
जागरुक क्षैत्रवासियो ने कई बार प्रशासन के अधिकारियों जनप्रतिनिधियों को अवगत कराकर मोड़ पर स्थाई स्पीड ब्रेकर और बैरिकेड्स लगाने की मांग की है। लेकिन हादसे रोकने के कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं।हादसों की जगह को चिन्हित कर सड़क सुरक्षा के लिए बैरिकेड्स लगाए जाये। साथ ही हादसे नहीं हों, इसके लिए भी संबंधित विभाग एवं जनप्रतिनिधियों को जनहित में जनसुरक्षा हेतु इस अंधे मोड़ पर दुर्घटना रोकने के लिए स्थाई समाधान करना चाहिए।
महेंद्र सिंह राठौड़
ये भी पढ़े – सावन के पहले सोमवार शिवालयों में उमड़ा भक्तों का जनसैलाब