रामपुरा महाविद्यालय में मद्य निषेध सप्ताह अंतर्गत विशिष्ट व्याख्यान का आयोजन

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रामपुरा महाविद्यालय में मद्य निषेध सप्ताह अंतर्गत विशिष्ट व्याख्यान का आयोजन

शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय रामपुरा में कार्यालय कलेक्टर (सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण ) जिला नीमच के निर्देशानुसार दिनांक 02 से 08 अक्टूबर मद्य निषेध सप्ताह अंतर्गत नशा मुक्ति पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. बलराम सोनी द्वारा की गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं प्रमुख वक्ता प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. शेख काईद जौहर रहे । प्राचार्य डॉ. बलराम सोनी, प्रशासनिक अधिकारी डॉ. धर्मेंद्र सिंह फिरोजिया एवं वरिष्ठ प्राध्यापक प्रो. जाकिर हुसैन बोहरा द्वारा मुख्य अतिथि का पुष्पहार से स्वागत किया गया। प्राचार्य ने अपने स्वागत उद्बोधन में युवाओं में बढ़ती नशे की प्रवृत्ति और उसके निवारण पर ध्यान देने की बात कही एवं डॉ. जौहर के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करते हुए उनके व्याख्यान को जीवन मे आत्मसात करने की प्रेरणा दी। डॉ. जौहर ने विद्यार्थियों को नशे की प्रवृत्ति से दूर रहने एवं राष्ट्र को नशा मुक्त बनाने हेतु प्रेरक उद्बोधन दिया। अपने उद्बोधन में बताया कि नशे की शुरुआत व्यक्ति धीरे धीरे थोड़ी मात्रा में कर आदि बन जाता है जिसके कारण विभिन्न बीमारियों का शिकार हो जाता है जैसे गुटखे एवं तंबाकू के सेवन से मुँह का कैंसर, धूम्रपान से खाँसी, फेफड़ों का ख़राब होना, मदिरापान से लीवर खराब होना, आदि। नशे की लत का प्रारंभ सामान्यतः युवावस्था से होता है इसीलिए महाविद्यालय में मद्य निषेध सप्ताह जैसे आयोजन किए जाते हैं। गलत संगति, तनाव दूर होने का भ्रम, फैशन का दौर, आनंद प्राप्ति का भ्रम आदि के कारण लोग नशे का सेवन प्रारंभ करते हैं किंतु इसके दुष्परिणामों के रूप में स्वास्थ्य में गिरावट ,मानसिक रोगी होना, आर्थिक स्तर में कमी एवं सामाजिक छबि खराब होती है । आपने प्रतिवर्ष भारत में नशे के आदि व्यक्तियों की संख्या बीमारी आदि का संख्यात्मक विवरण भी प्रस्तुत किया। नशे के विभिन्न प्रकारों ओपियम अफीम , नर्वस सिस्टम स्टिमुलेंट , कैनाबिस आदि एवं हेरोइन, ड्रग्स, अल्कोहल, भांग, आदि के दुष्परिणामों एवं उनसे दूर रहने के उपायों को समझाया । आपने कहा कि हम सबको चाहिए कि हम नशे के आदि व्यक्तियों की पहचान विभिन्न तरीकों जैसे उनके शारीरिक चाल चलन, बोली में लड़कपन, नींद की कमी ,चिडचिडाहट ,व्यवहार में परिवर्तन आदि के द्वारा करें एवं नशा मुक्ति हेतु विभिन्न उपाय जैसे नशा मुक्ति केंद्र में उन्हें भर्ती कराना, नशे से मुक्त रहने की शिक्षा देना, व्यक्तिगत काउंसलिंग करना, मित्रवत व्यवहार कर समझाना, कुछ दवाइयां के उपयोग आदि को अपनाकर समाज में व्याप्त इस बुराई को खत्म कर अच्छे नागरिक बनने में सहयोग करे। ।कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ प्राध्यापक प्रो. जाकिर हुसैन बोहरा ने किया एवं आभार राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी प्रो. आशीष कुमार सोनी ने माना। उक्त अवसर पर मद्य निषेध सप्ताह आयोजन के कार्यक्रम प्रभारी प्रो. मठुआ अहिरवार , डॉ. सुषमा सोलंकी, डॉ. आशावरी खैरनार एवं समस्त स्टाफ उपस्थित रहा।

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