अथवा खुर्द में सात दिवसीय भागवत कथा का समापन के दौरान हवन पूजा अर्चना व विशाल भंडारा,
सुदामा चरित्र प्रसंग के साथ भागवत कथा का समापन,
कथा समापन के दौरान राजनेताओं ने कथा का रसपान लिया,
सिंगोली:- अथवा खुर्द में महान पंडित राजेश राजौरा महाराज के मुखारविंद से पिछले सात दिनों से चल रही भागवत कथा का शुक्रवार को समापन हुआ
समापन दिवस पर भागवत कथा वाचक पंडित राजेश जी राजौरा ने कृष्ण सुदामा चरित्र प्रसंग का वर्णन किया गया। कथावाचक राजोरा ने कहा कि मेरे मालिक किसी को गरीबी ना दे, मौत दे दे, मगर बदनसीबी न दे। सुदामा जी ने चोरी से चना खा लिए थे इसलिए गरीब हो गए थे श्रीमद् भागवत कथा के दौरान उन्होंने बहुत ही रहस्यमयी प्रसंग को सुनाकर बताया कि जो लोग भगवान कृष्ण के मित्र सुदामा जी पर चोरी का आरोप लगाते हैं और यह भूल जाते हैं कि जो दुनिया के सबसे धनी व्यक्ति का मित्र है वह भला गरीब कैसे हो सकता है। सुदामा जी ने भगवान कृष्ण को चना खाने को इसलिए नहीं दिए थे क्योंकि उस चने को श्राप लगा था कि जो भी यह चना खाएगा, दुनिया का सबसे बड़ा गरीब हो जाएगा। इसलिए सुदामा जी ने कृष्ण भगवान के लिए खाने को चने नहीं दिए थे और चना खुद खा लिए थे। कृष्ण सुदामा चरित्र के प्रसंग से मनुष्य को अनेक प्रकार की प्रेरणा मिलती है। एक यह भी प्रेरणा है की दोस्ती में जात-पांत एवं छोटे-बड़े का अंतर नहीं होना चाहिए। समापन दिवस के अवसर पर आयोजक कमेटी के सदस्यों को महाराज ने आशीर्वाद दिया और अथवा खुर्द गांव की जमकर तारीफ की। कथा समापन के अवसर पर जावद विधानसभा के निर्दलीय प्रत्याक्षी पूरनमल अहीर जावद विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के कद्दावर नेता सत्यनारायण पाटीदार , ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष मनीष जैन झांतला का श्रीमद भागवत कथा मंच से भव्य स्वागत सत्कार किया गया, कथा के दौरान पूरनमल अहीर , सत्यनारायण पाटीदार व ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष मनीष जैन ने श्रदालुओ के समक्ष अपने विचार रखे–
धार्मिक कथाओं के आयोजनों से आज की नई पीढ़ी में संस्कारो का संचार होता है – कांग्रेस नेता श्री पाटीदार
श्रीमद भागवत कथा के समापन के दौरान जावद विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के कद्दावर नेता श्री सत्यनारायण पाटीदार ने भागवत ग्रँथ का विधिवत पूजन कर पूरे क्षेत्र के आमजन के लिए सुख सम्रद्धि व खुशहाली की कामना कर पंडित राजेश राजोरा महाराज से आशीर्वाद प्राप्त कर पंडाल में उपस्थित श्रद्धालुओ को सम्बोधित करते हुए बताया की श्रीमद भागवत कथा कोई मनोरंजक कार्यक्रम नही अपितु हमारी सांस्कृतिक धरोहर है। उन्होंने कहा कि आज के इस भाग दौड़ भरी जिंदगी में, श्रीमद्भागवत कथा जैसे आयोजनों से नवयुवकों एवं बच्चों में संस्कारों की स्थापना होती है और अपने धर्म व संस्कृति का बचाव होकर बढ़ावा मिलता है। आज के समय में बच्चों को शिक्षा अच्छी मिल पा रही है, लेकिन संस्कार नहीं मिल पा रहे हैं।
श्री पाटीदार ने बताया कि सद्कर्म ओर परोपकार तथा दूसरों की मदद करना ही असली इंसानियत है ।
उन्होंने कहा कि श्रीमद भागवत कथा भी मनुष्य को यह सिख देती है. मनुष्य चाहे किसी भी जाति या धर्म के हो लेकिन हमारे लिए सबसे पहले इंसान ओर इंसानियत है । अथवा खुर्द के समस्त आयोजन क्रताओ को बहुत बहुत बधाई जिन्होंने ऐसे महान कथा वाचक पंडित राजेश राजौरा जी महाराज के मुखारविंद से श्रीमद भागवत कथा का धर्म लाभ प्राप्त हुआ ।
कथा समापन के दौरान समस्त नगरवासियों द्वारा हवन पूजा अर्चना व महाआरती कर एक बड़ा विशाल भंडारा आयोजित किया गया वही समस्त मंदिर पुजारियों व साधु संतो को मंच पर सम्मान के साथ पुरस्कृत किया गया ।
कथा समापन के दौरान हजारों भक्तों ने भंडारे की महा प्रसादी का आनंद लिया
महेंद्र सिंह राठौड़
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