ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष अनिल शर्मा के सुझाव पर हुवा अमल नीलगायों को कन्टेनर में भरकर छोड़ा जायेगा गांधी सागर अभ्यारण।

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ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष अनिल शर्मा के सुझाव पर हुवा अमल नीलगायों को कन्टेनर में भरकर छोड़ा जायेगा गांधी सागर अभ्यारण।

मल्हारगढ।क्षेत्र में हजारों की संख्या में नीलगाए किसानों की लहलहाती फसलों को रौंध रही है किसानों को इनसे फसल को बचाने के लिए मुख्य फसल अफीम के साथ ही अन्य फसलों के आसपास जालीया लगाई गई खेतो में फटाके चलाकर भी नीलगायों के झुंड को भगाने एवं अन्य उपायों के साथ ही रतजगा भी करना पड़ रहा है।साथ ही इनसे बड़ी संख्या में वाहन चालक भी दुर्घटना ग्रस्त होकर घायल व गम्भीर घायल होकर उदयपुर, अहमदाबाद में निजी खर्च से इलाज करवा रहे है और कई तो काल के ग्रास मे समा गए है।

इस समस्या के समाधान को लेकर मल्हारगढ ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष अनिल शर्मा ने कांग्रेसनेता परशुराम सिसौदिया, जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष लियाकत मेव,मंडलन अध्यक्ष दिनेश गुप्ता काचरिया आदि ने मन्दसौर कलेक्टर श्रीमती अदिति जी गर्ग से दो से तीन बार भेंट कर यह सुझाव दिया था कि बहुतायत संख्या में क्षेत्र में नीलगायों को गांधीसागर अभ्यारण्य में छोड़ा जाय।

मल्हारगढ ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष अनिल शर्मा ने कलेक्टर गर्ग को सुझाव दिया था कि गांधीसागर अभ्यारण्य में चीते लाये जारहे है और उनके भोजन के लिए चीतल को परोसा जाएगा,तो चीतल की बजाय उनके भोजन के लिए नीलगायों(रोजड़ो)को ही छोड़ा जाय कलेक्टर श्रीमती गर्ग को शर्मा का यह सुझाव काफी अच्छा लगा और उन्होंने डीएफओ से चर्चा करने की बात कही और इस सुझाव को मान्य कर प्रस्ताव भी पारित किया।शर्मा ने बताता की इस गम्भीर समस्या के समाधान को लेकर जिला कांग्रेस अध्यक्ष एवं मन्दसौर विधायक विपीन जी जैन ने भी विधानसभा में इस मुद्दे को कई बार उठाया।

हेलीकॉप्टर की मदद से कन्टेनर में भरकर छोड़ेंगे गांधीसागर अभ्यारण्य में।

प्राप्त जानकारी के अनुसार गांधीसागर में चीता प्रोजेक्ट पर काम काफी तेजी से चल रहा है,चीतों घर तैयार होने के बाद उनके खाने का इंतजाम किए जारहे है पहले कान्हा नेशनल पार्क से चीतल शिफ्ट किये जारहे थे।अब क्षेत्रो से नीलगाय(रोजड़ों) ओर काले हिरणों को हेलीकॉप्टर की मदद से हांका लगाकर कन्टेनर में भरकर गांधीसागर अभ्यारण्य में पहुंचाया जाएगा।अफ्रीका के विशेषज्ञों की टीम इस पूरे ऑपरेशन को अंजाम देगी।

बोमा ओर एरियल हेरडिंग तकनीक से होगा ट-सिलोकेशन 

नीलगायो ओर हिरण के ट-सिलोकेशन के लिए अफ्रीका की टीम हेलिकॉप्टर की मदद से बोमा तकनीक का उपयोग करेगी।यह हिरणों,चीतल आदि वन्य प्राणियों को पकड़ने के लिए अफ्रीका की आजमाई हुई तकनीक है जिसे भारत मे भी एनटीसी(राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण)मान्यता दे चुका है।इसके तहत वन्य प्राणियों के तीन ओर से घास ओर हरी नेट की दीवार खड़ी की जाती है,प्राणियों को हरी दीवार से घेरते हुवे इसी तरह की नेट से ढके हुवे वाहन से पहुंचा दिया जाता है इस तरह किसी इंसान को दिखे बिना वन्य प्राणी की शिफ्टिंग होजाती है।अफ्रीका की टीम इस प्रक्रिया के साथ एरियल हेरर्डिंग तकनीक का भी इस्तेमाल करेगी इसके तहत हेलीकॉप्टर से वन्य प्राणियों की लोकेशन देखेगी इसके बाद हेलिकॉप्टर की मदद से हांका भी लगाएगी,पर्याप्त दूरी रखते हुवे इस मिशन को अंजाम दिया जाएगा।

कांग्रेस नेता परशुराम सिसोदिया, मल्हारगढ ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष अनिल शर्मा, जिला कांग्रेस उपाध्यक्ष लियाकत मेव,मंडलम अध्यक्ष दिनेश गुप्ता काचरिया, किशोर उणियारा, अनिल मुलासिया आदि ने नीलगायों की गम्भीर समस्या को गम्भीरता पूर्वक लेकर इस दिशा में सकारात्मक पहल करने पर प्रशासन का धन्यवाद भी ज्ञापित कर कहा कि अब समस्या के समाधान की उम्मीद जगी है।

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