सफलता की कहानी
श्री दादाजी धूनीवाले जिला चिकित्सालय में लीलासिंह के पैर का हुआ सफलता पूर्वक ऑपरेशन
खण्डवा – लीलासिंह पिता जोगिंदर उम्र 42 वर्ष पंजाब के ग्राम केदुपुरम तहसील नाबा जिला पटियाला, अपने परिवार के पालन के लिए गेहूं की कटाई के सिलसिले में हार्वेस्टर लेकर खंडवा आये थे। वे गांधवा में रहकर गेहूं की कटाई का काम करते थे, दिन-रात मजदूरी करके थोड़ा पैसा कमा लेते थे। एक दिन काम करते-करते अचानक हार्वेस्टर ट्रैक्टर से टकरा गया, और उनका एक्सीडेंट हो गया, जिसमें उनके उल्टे पैर की जांघ की हड्डी टूट गई। गांव के लोग उन्हें गंभीर अवस्था में श्री दादाजी धूनीवाले जिला चिकित्सालय सह नंदकुमार सिंह चौहान शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय खंडवा लेकर आए। जहाँ हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. विशाल आहके ने देखकर एक्स-रे, ब्लड एवं अन्य आवश्यक जाँचें करवाई। चिकित्सक द्वारा बताया गया कि उनके पैर में गंभीर फ्रैक्चर है, ऑपरेशन करना पड़ेगा। 11 अप्रैल को भर्ती कर इलाज शुरू किया, लगभग 8 दिन तक पट्टा बांधकर रखने के पश्चात 24 अप्रैल को डॉ. विशाल आहके हड्डी रोग विशेषज्ञ, डॉ. वैभव विश्वकर्मा एवं निश्चेतना विशेषज्ञ डॉ. आशीष जैन के सहयोग से उल्टे पैर का सफलता पूर्वक ऑपरेशन किया गया। कुछ दिन तक अस्पताल में रहना पड़ा। धीरे धीरे दर्द ठीक होने लगा और अपने पैरों पर खड़ा होकर चलने फिरने लायक होने पर 26 अप्रैल को उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। लीलासिंह द्वारा बताया कि मैं पंजाब का रहने वाला हूँ। मेरा परिवार भी यहाँ नहीं था। उसके पश्चात भी यहाँ के डॉ. एवं स्टाफ द्वारा तत्परता से समय पर मेरा इलाज एवं ऑपरेशन किया, जिसकी वजह से मैं चलने फिरने लग गया हूं। अस्पताल में दवाइयों के साथ-साथ अच्छी देखभाल की गई। इसके लिए उन्होंने डीन डॉ. संजय दादू, सिविल सर्जन डॉ. अनिरुद्ध कौशल एवं नर्सिंग ऑफिसर प्रीति गणवीर, इंदू पगारे, अलका चौहान, सुमित्रा वटके सहित सभी स्टाफ का आभार व्यक्त किया।
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