सरवानिया महाराज में भगवान शिव की बारात, देवी-देवता राक्षस, भूत-प्रेत बने बराती

Shares

सरवानिया महाराज में भगवान शिव की बारात, देवी-देवता राक्षस, भूत-प्रेत बने बराती, पिछले 40 वर्षों से एक से बढ़कर एक आकर्षक झांकियों का प्रदर्शन, मोरवन बांध में प्रतिमा का किया विसर्जन….

सरवानिया महाराज :- अनंत चतुर्दशी पर प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी हर्षोल्लास व धूमधाम से शिवजी की बारात निकाली गई। जिसमे शिवजी दूल्हा बने हैं। देवी पार्वती से विवाह की तैयारी है। गले में नागराज, हाथ में त्रिशूल, माथे पर चांद, शरीर पर भस्म… अद्‌भुत छटा बिखेर रहा है भोलेनाथ का शृंगार। हनुमानजी, देवी-देवता, वानर-भालू, भूत-पिशाच सब बाराती बनकर नाचते-गाते साथ चल पड़े हैं। पूरा माहौल शिव-पार्वती की भक्ति में लीन है। बच्चे-बजुर्ग, महिलाएं और पुरुष, हर कोई उत्साह से लबरेज है, यह दृश्य है, गढ़ के पीछे स्थित रोडोबाजी मन्दिर से श्री शिव नवयुवक मंडल के तत्वावधान में निकलने वाली शिव बारात का। इसमें आकर्षक झांकियां भी हैं। दूसरी ओर, महिलाएं देवी पार्वती को सजा रही हैं। गाजे-बाजे और नाच-गान के साथ बारात नगर के वार्ड नंबर पांच रोड़ा बावजी मन्दिर से प्रारंभ होकर नगर के हरिया भैरू चौक, बस स्टैंड, मिडल स्कूल, सदर बाजार से होते हुए फिर से गढ़ के पीछे स्थित रोड़ा बावजी मंदिर पर पहुची। जहां बारातियों द्वारा उनका जोरदार स्वागत सत्कार किया गया वही रात में शुभ बेला में पारंपरिक गीतों के बीच भोलेनाथ और पार्वती का विवाह संपन्न कराया गया। जिसमे मंडल अध्यक्ष अर्जुन माली, पार्षद प्रतिनिधि अनिल राठौर, नाहरसिंह कानावत, पार्षद विक्की पाटीदार, पूर्व पार्षद रघुवीर सिंह राणावत ने उपस्थिति देकर हतेरे की रस्म पूरी करवाए। जिसके पश्चात प्रसाद वितरण कर आयोजन का समापन किया गया।
गणपति बप्पा मोरिया, अगले बरस तू जल्दी आ – गणेश चतुर्थी के दिन से जगह जगह भगवान गणपति बप्पा की मूर्ति स्थापित की गई, जहा प्रतिदिन अतिथियों द्वारा महा आरती के साथ गरबा नृत्य किया जा रहा था। पूरा नगर गणपति बप्पा के धुन में सवार था। 10 दिन तक चले श्रीगणेश महोत्सव के बाद भक्तों ने हर्षोउल्लास के साथ गणेश विजर्सन यात्राएं निकाकर अनंत चतुर्दशी पर विधि विधान से बप्पा की आरती कर प्रतिमा का मोरवन बांध में विसर्जन किया गया।
पिछले 40 वर्षो से लगातार सुंदर व आकर्षक झांकियों का आयोजन – श्री चारभुजा नवयुवक मंडल आयोजन समिति व कृष्ण बाल झांकी समिति ओर कालका माता मित्र मंडल समिति द्वारा प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी एक से बढ़कर एक सुंदर झांकियां जलझूलनी ग्यारस से अनंत चतुर्दशी तक बनाई गई जिसमे प्रतिदिन अतिथियों द्वारा फीता काटकर हाथों से बनाई गई नवनिर्मित झांकियां का प्रदर्शन दिखाया गया। जिसमे माँ वैष्णव देवी, सालासर बालाजी, गणपति जी, शिव पार्वती व राधा कृष्ण पर आधारित झिलमिल झांकियों ने लोगों का मन मोह लिया। नगर के सबसे बड़े श्री चारभुजा मंदिर पर पिछले 40 वर्षों से लगातार हर वर्ष चार दिन तक अलग-अलग झांकियो का आयोजन किया जाता जिसमे नगर सहित आस पास ग्रामीण क्षेत्र से सैकड़ो की संख्या में लोग झांकिया देखने पहुचते है व भगवान चारभुजा नाथ का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
पुलिस प्रशासन की व्यवस्था रहित चाक चौबंद – इन सभी त्योहारों को लेकर 10 दिनों तक पुलिस प्रशासन पूरी तरह से मुस्तेद रहा। नगर से लगाकर कस्बा क्षेत्र तक असलम पठान व उनकी पूरी टीम ने शांतपूर्ण आयोजन हों इसके लिए पूरी सतर्कता रखी। वही मोरवन बांध पर पहली बार इतनी बेहतरीन व्यवस्थाओ का पुख्ता इंतजाम किया गया। जिससे कोई अप्रिय घटना ना घटित हो। वही देर रात तक पुलिस प्रशासन ने मूर्ति विसर्जन करने आये भक्तों को सुरक्षा की दृष्टि से गहरे पानी में ना जाने की कहा व उनके साथ बोट लेकर पानी मे खड़े रहे।

ALSO READ -  विश्व सुंदरी तो वह हे जो अग्नि में जलकर बलिदान होती हे लेकिन अपने नाखून दिखाना भी पसन्द नहीं करती

ये भी पढ़े – भगवान पार्श्वनाथ निकले नगर भ्रमण पर,क्षमावाणी के साथ पर्युषण पर्व का हुआ समापन।

Shares
WhatsApp Group Join Now

Leave a Comment