प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना का लाभ लेकर श्री राघव शक्तावत दे रहे 20 व्यक्तियों को रोजगार
शक्तावत फार्म हाउस से कर रहे मत्स्य स्पॉन और फ्राय का निर्माण
मंदसौर के रहने श्री राघव राज सिंह शक्तावत ( 8770289824) ने प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना का लाभ लेकर 25 लाख का लोन लिया। जिस पर इन्हें 10 लाख रुपए की सब्सिडी मिली। जिस पर इन्होंने शक्तावत फार्म हाउस की स्थापना की और उसी के माध्यम से इन्होंने हेचरी के माध्यम से अंडों द्वारा स्पॉन और फ्राय निर्माण का काम शुरू किया। आज इनका काम इतना बढ़ चुका है कि ये 20 से 30 व्यक्तियों को रोजगार भी प्रदान कर रहे हैं।
श्री शक्तावत ने बीएससी एग्रीकल्चर से किया और उसके पश्चात ये मत्स्य उत्पादन के काम में लग गए। इनके पिताजी भी यह कार्य किया करते थे। लेकिन बहुत छोटी मात्रा मे करते थे। ये पहले मछली उनके बीज गुजरात से लाते थे। फिर यहां पर स्पॉन का निर्माण करते थे। लेकिन इन्होंने अपनी स्वयं की हेचरी स्थापित की और यही से मछलियों के अंडों से स्पॉन और फ्राय बनाने लगे और यही से अन्य किसानों या व्यक्ति को बेचते हैं। जिससे इनको साल भर का 50 लाख रुपए प्राप्त होते हैं, सभी तरह के खर्चे काटकर इनको 20 से 25 लाख रुपए का शुद्ध लाभ प्राप्त हो जाता है।
श्री शक्तावत का कहना है कि 30 करोड़ अंडों से लगभग 2 करोड़ स्टैंड फ्राय तैयार होते हैं और इनमें से 5 लाख फिंगर लिंग (बच्चे) तैयार होते हैं। कतला, कामन कार, ग्रास कार के 1000 फ्राय 250 रुपए में विक्रय करते हैं। रहु और नरेद के 1000 फ्राय 150 रुपए विक्रय करते हैं। फिंगर लिंग जिसकी साइज 2 से 3 इंच की होती है। उनको एक रुपए में एक विक्रय करते हैं। इनको ये मंदसौर लोकल, राजस्थान, उदयपुर, चित्तौड़, पाली, भीलवाड़ा, नीमच, रतलाम, धार, बदनावर, आलोट, आगर, इंदौर, सीहोर, भोपाल, राजगढ़, झाबुआ इत्यादि अलग-अलग स्थान के व्यक्तियों को बेच देते हैं।
स्टैंड फ्राय, फिंगर लिंग के लिए खाने की व्यवस्था करते हैं। उनको सरसों का खाल, सरसों का तेल, तालाब में दवाई डालते हैं। ऐमोक्सी शिलिंग 650 एमजी, प्रो मैक्स, तालाब की नियमित साफ सफाई करते है। पोटेशियम मैग्नेट तालाब में ऑक्सीजन की मात्रा को बढ़ाता है। सोफेमस एक एंटी फंगस का काम करता है। जो मछलियों की ग्रोथ बढ़ाने का काम करता है। शक्तावत फार्म हाउस को और अधिक बड़ा रूप प्रदान करना चाहते हैं। हरियाणा और गुजरात तक इनका विक्रय बड़े इसके लिए प्रयासरत हैं। आने वाले समय में उच्च गुणवत्ता और सस्ती फ्राय, फिंगर लिंग किसानों को उपलब्ध कराएंगे। जिसे किसानों को कहीं दूर जाना न पड़े।
श्री शक्तावत किसानों को संदेश देते हैं कि परंपरागत तरीके के साथ नए-नए तरीके, आधुनिक तरीके से कृषि और फार्म हाउस करें। इसमें अधिक उत्पादन होता है और आय भी अधिक होती हैं। मछली पालन के क्षेत्र में भी अपार संभावनाएं हैं। एक बीघा में जो आय होती हैं। अगर मछली पालन करते हैं तो उसकी तीन गुना आय हमें प्राप्त होती हैं। इसके साथ ही मुर्गी पालन, बकरी पालन एवं अन्य तरह के व्यवसाय भी कर सकते है।
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