दिनांक 17 सितंबर 2025 से 22 जनवरी 2026 तक शनि वक्री रहेंगा
शनि देव का राशि परिवर्तन से कर्क राशि वृषभ, मकर, कुंभ राशि वालो को विशेष लाभ होगा
भारतीय ज्योतिष परिषद के जिला अध्यक्ष पं. शिव प्रकाश जोशी द्वारा बताया गया कि शनि देव का राशि परिवर्तन 500 वर्षो बाद ऐसा योग आया है इसमें हंस योग, मालव्य योग, एवं राज योग,तीनो महायोग का प्रभाव पूरे विश्व में प्रभावित होगा। राजनैतिक उथल पुथल नेपाल जैसी युवा क्रांति पुरे विश्व में होगी। सभी धातुओं में भयंकर तेजी तेल, तेलमाना, कलोंजी, तारामीरा, गेहूॅ चना, मुंग, लहसन, सोयाबीन, मुगंफली, सभी अनाज पर विशेष तेजी बनी रहेगी। शनि वक्री होकर के दिनांक 17 सिंतबर 2025 से 22 जनवरी 2026 तक वक्री रहेगा। 23 जनवरी 2026 मार्गी होगा। जिसका विशेष शुभ प्रभाव कर्क राशि वृषभ, मकर, कुंभ राशि वालो को विशेष लाभ होगा। बाकी शेष राशियों के मध्यम रहेंगा। शनि उपावसना शनि देव पुजा अर्चना तथा कबुतर, चिट्ीयों, गिलहरीयों को अन्न दान करें। गरीबो अनाथों को भोजन वस्त्र एवं अन्नदान तील तेल का दान अवश्य करें। ओम प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः विशेष फल दायी रहेगा तथा तील गुड़ का दान करें। महादेव को शनिवार के दिन काले तील चढ़ाएं। पिपल के यहॉ सायंकाल के पश्चात तेल का चार बत्ती का दीपक करें। इससे शनि का प्रकोप नही रहता है।
पं. शिवप्रकाश जोशी
भारतीय ज्योतिष परिषद के जिला अध्यक्ष
प्रधान संपादक ज्योतिष संदेश एवं जैन पंचांग मंदसौर (म.प्र.)
मो. 9406602214
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