डॉ भीमराव अंबेडकर ने स्वतंत्रता, समानता,ओर भाई चारे के महत्व को समझाया है-अनिल शर्मा
मल्हारगढ़।डॉ, भीमराव अंबेडकर संघर्षकर्ता थे जिन्होंने समाज मे होरहै भेदभाव और अन्याय के खिलाफ आवाज उठाई।जिसका नतीजा यह हुवा की आखिरकार दुनिया का सबसे लंबा संविधान उनकी अध्यक्षता में तैयार किया गया।उन्होने स्वतंत्रता, समानता ओर भाईचारे के महत्व को समझाया है।उक्त बात मल्हारगढ़ ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अनिल शर्मा ने शुक्रवार को नगर कांग्रेस कमेटी मल्हारगढ़ द्वारा बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के महापरिनिर्वाण के अवसर पर कहि।शर्मा ने कहा कि बाबा साहेब ने महिलाओं को आजादी दिलाई।दलित और गरीब परिवार में जन्म लेने के कारण उन्हें बचपन से ही बहुत सारी मुश्किलो का सामना करना पड़ा था लेकिन वह अपने इरादे में मजबूत थे इसलिए उन्होंने कभी हार नही मानी और सच्चाई ईमानदारी के साथ जीवनयापन किया उनका यह सपना था कि भारत मे हर इंसान को एक समान अधिकार मिले जिसे उन्होंने सफल कर दिखाया।शर्मा ने कहा कि भारतीय संविधान के जनक कहे जाने वाले भीमराव अंबेडकर एक बड़े समाज सुधारक ओर विद्वान थे उन्हें अपने कार्यो ओर विद्वता के लिए जाना जाता है,6 दिसम्बर 1956 को संविधान निर्माता के जनक पंचतत्वों में विलीन होगये थे।डॉ, अम्बेडकर जी की पुण्यतिथि को महापरिनिर्वाण दिवस के रूप में मनाया जाता है।
बाबा साहेब की प्रतिमा पर किया माल्यार्पण
सर्वप्रथम उपस्तित कांग्रेसजनों ने बाबावसाहेब भीमराव अम्बेडकर जी की प्रतिमा को नहालकर पूजा अर्चना कर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित कर दो मिनिट मोन रहकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस मौके पर जिला कांग्रेस के उपाध्यक्ष लियाकत मेव,महामन्त्री ईशरत शेख,सचिव किशनलाल चौहान,ब्लॉक कांग्रेस उपाध्यक्ष अनिल मुलासिया,वरिष्ठ कांग्रेस नेता आबिद भाई मेव,नगर कांग्रेस अध्यक्ष कोहिनूर मेव,कार्यकारी अध्यक्ष गोपाल भारती,पार्षद दिलीप तिवारी,फारुख पठान आदि मौजूद थे।
अनिल शर्मा
पिपलिया मंडी