गांव नलखेड़ा में शताब्दी वर्ष पर निकला पथ संचलन

Shares

हम धर्म की रक्षा करें, धर्म हमारी रक्षा करेगा, राष्ट्र के लिए जीए व राष्ट्र के लिए कार्य करें

गांव नलखेड़ा में शताब्दी वर्ष पर निकला पथ संचलन

नलखेडा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष के अवसर पर गांव नलखेडा में भव्य पथ संचलन निकला। कदम ताल मिलाते हुए स्वंय सेवक गांव के विभिन्न मार्गों से निकले। जिनका जगह-जगह ग्रामीणों ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। सुबह 7 बजे स्वंय सेवक गांव के शासकिय स्कूल परिसर में एकत्रित हुए। इसमें गांव नलखेड़ा सहित ढाकनी, महागढ, लोड किया व अन्य गांवों से पहुचे स्वंय सेवक गांव नलखेड़ा पहुंचे। इस दोरान बद्रीलाल पुरोहित ने अपने उद्बोधन में कहा कि आरएसएस अपना शताब्दी वर्ष मना रहा है, हमारा राष्ट्र “अमृत काल” युग में प्रवेश कर चुका है। अपने राष्ट्र को महान बनाने व 2047 तक एक बेहतर विश्व में योगदान देने के लिए हमें स्वामी विवेकानंद और पंडित दीनदयाल उपाध्याय के दर्शन का अनुसरण करना होगा।हम धर्म की रक्षा करें, धर्म हमारी रक्षा करेगा, राष्ट्र के लिए जीए व राष्ट्र के लिए कार्य करें। एक समाज के रूप में हमें अच्छे लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए सरकार के साथ मिलकर काम करना होगा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने व्यापक चिंतन किया और “पंच परिवर्तन” नामक पांच सूत्र विकसित किए। अपनी स्थापना के समय से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ स्वामी विवेकानंद के सिद्धांतों का पालन करता रहा है। स्वामी विवेकानंद का उद्देश्य राष्ट्र के गौरव को पुनर्स्थापित करना था और उन्होंने हमारे बच्चों में भारत में आत्मनिर्भरता की भावना का संचार करने के लिए एक मजबूत सांस्कृतिक और धार्मिक आधार के साथ विभिन्न पहलुओं पर ज़ोर दिया। आरएसएस न केवल आत्मनिर्भर भारत में विश्वास करता है, बल्कि युवाओं के साथ जमीनी स्तर पर काम भी करता है। व्यवसायों का समर्थन करता है और इसे प्राप्त करने के लिए सरकारों के साथ मिलकर काम करता है। इस दोरान मंडल कार्यवाह जानकी लाल पाटीदार, अशोक शर्मा सहित बड़ी संख्या में स्वंय सेवक उपस्थित थे।

WhatsApp Group Join Now

Leave a Comment