बाल दिवस पर झांतला दिगंबर जैन समाज व ग्राम पंचायत द्वारा प्रतिभावान छात्र छात्राओं का सम्मान समारोह संपन्न।

Shares

बाल दिवस पर झांतला दिगंबर जैन समाज व ग्राम पंचायत द्वारा प्रतिभावान छात्र छात्राओं का सम्मान समारोह संपन्न।

शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय झांतला में आधुनिक भारत के जनक पंडित नेहरू का जन्म दिवस बाल दिवस के रूप में मनाया गया।

झांतला। राजेश शर्मा लगातार दूसरे वर्ष सकल दिगंबर जैन समाज व ग्राम पंचायत झांतला के संयुक्त तत्वाधान में प्रतिभावान छात्र-छात्राओं का सम्मान समारोह गरिमामय आयोजन गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय झांतला शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कदवासा हाई स्कूल खेड़ा भनगोता हाई स्कूल थर्डोद के 12वीं के 42 व दसवीं के 65,छात्र छात्राओं द्वारा 60% से ऊपर अंक लाने वाले सभी छात्र-छात्राओं को मोमेंटो व प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।
इस कार्यक्रम में झांतला प्राचार्य श्री शांतिलाल धाकड़ कदवासा प्राचार्य श्री नेमीचंद धाकड़ ,खेड़ा भनगोता प्राचार्य पूजा,उपाध्याय थड़ोद प्राचार्य छितरमल धाकड़, दिगंबर जैन समाज अध्यक्ष मानक जैन सूरजमल जैन, अनिल दुंगेरिया सिंटू मोहिवाल, नीरज जैन, प्रभु लाल रेगर, सरपंच प्रतिनिधि विनोद धाकड़ पत्रकार एम,डी मंसूरी ,जनपद सदस्य प्रतिनिधि राजेश शर्मा आदि के मुख्य अथिति की उपस्थिति में प्रतिभावान छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया। झांतला प्राचार्य शांतिलाल धाकड़ द्वारा स्वागत भाषण दिया गया।
इस अवसर पर कदवासा प्राचार्य नेमीचंद धाकड़, सेवानिवृत अध्यापक प्रभु लाल रेगर, शिक्षक संजय ओझा ,खेड़ा भनगोता प्राचार्य पूजा उपाध्याय, शिक्षक मनोहर लाल वर्मा, थड़ोद प्राचार्य छितरमल धाकड़ पत्रकार एम,डी मंसूरी जनपद प्रतिनिधि राजेश शर्मा ,जैन समाज अध्यक्ष मानक जैन आदि द्वारा अपने उद्बोधन में मुख्य रूप से कहा कि प्रतिभा सम्मान कार्यक्रम दिगंबर जैन समाज द्वारा लगातार दूसरे वर्ष किया जा रहा है। जो एक अभिनव पहल है। इससे छात्र-छात्राओं में नई,सोच व हौसला अफजाई का अवसर मिलता है। इस प्रकार के सम्मान समारोह से छात्र छात्राओं में नई क्रांति व ऊर्जा का संचार मन में उत्पन्न होती है। जिससे यह प्रतिभाएं उच्च मुकाम हासिल करती है। ग्रामीण व सरकारी स्कूलों में कहीं दबी व छुपी हुई प्रतिभाएं हैं। लेकिन उन्हें उचित सम्मान मंच व मार्गदर्शन नहीं मिलने के कारण यह प्रतिभाएं वही दबकर रह जाती है। आधुनिक भारत के जनक पंडित जवाहरलाल नेहरू की भी यही सोच थी कि बच्चे देश का भविष्य व राष्ट्र निर्माता है। इन्हीं के कंधों पर देश का भविष्य है। अतः इन्हें कैसे आगे बढ़ाया जाए यही सोच नेहरू जी के दिल में हमेशा रहती थी नेहरू जी बच्चों से अथाह,प्रेम करते थे उन्होंने अपना जन्म दिवस बाल दिवस के रूप में मनाने का संकल्प लिया ताकि कोई गरीब बच्चा अपने जन्म दिन को मानने से वंचित न रहे बच्चे भी प्यार से उन्हें चाचा नेहरू के नाम से बुलाते थे। पंडित नेहरू बहुआयामी प्रतिभा के धनी थे। व देश के प्रथम प्रधानमंत्री थे। उन्होंने देश को आजाद कराने से लेकर आधुनिक भारत के निर्माण में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। व आजादी के लिए कई वर्षों तक जेल में रहे उनकी सादगी व प्रयासों को देश हमेशा कर्तघृता से याद करता रहेगा अंत में आभार अभिव्यक्ति वरिष्ठ अध्यापक भुवानी राम मेघवाल द्वारा की गई। कार्यक्रम का सफल संचालन अध्यापक जम्बु कुमार जैन द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में वरिष्ठ शिक्षक सुंदरलाल धाकड़, शिक्षिका श्रीमती वर्षा पीपलीवाल, आसाराम धाकड़, श्रीमती प्रिया भारद्वाज कीर्ति
लक्ष्कार , शिक्षिका उमा शर्मा,आदि शिक्षक शिक्षिकाऐ उपस्थित थे। अंत में सभी को जलपान करवाया गया।

WhatsApp Group Join Now

Leave a Comment