देश सेवा का सपना संजोने वाले दिलीप कुमावत का इंडियन आर्मी में हुआ चयन
घर लौटने पर क्षेत्र में खुशी का माहौल, किया स्वागत
मंदसौर। बचपन से ही देश सेवा का सपना संजोने वाले दिलीप कुमावत कडवार इंडियन आर्मी ज्वाइन कर शुक्रवार को खाकी वर्दी में पहली बार घर पहुंचे तो हर कोई खुशी से झूम उठा। २१ वर्षीय दिलीप कुमावत के स्वागत में कुमावत समाज व अन्य लोगों ने पलक-पांवड़े बिछा दिए। पूरा नरसिंहपुरा क्षेत्र उसकी खुशियों में शरीक हुआ। हर कोई कोई जमकर नाचा।
आर्मी मेन दिलीप कुमावत के माता उलासी देवी व पिता पुष्कर कुमावत कडवार एक किसानी का काम करते है। दिलीप कुमावत शुक्रवार को जब ६ माह बाद ड्यूटी से घर लौटे तो घर एवं नगर में खुशी का माहौल बन गया। परिवार सहित समाजजन ने जगह-जगह (आर्मी अग्निवीर सैनिक) पुष्प मालाओं से स्वागत किया। दिलीप कुमावत ने बताया कि मेरे मन में बचपन से ही यह ख्याल रहा है कि वह आर्मी जॉइन कर देश की सेवा करेंगे। इसके लिए उन्हे कितना भी संघर्ष करना पड़ेगा तो भी वह करने के लिए तैयार है। कुमावत ने बताया कि मैं सभी दोस्तों से यही कहना चाहता हूं कि लगातार संघर्ष करते रहे और कभी हार ना माने। एक दिन एसा समय आएगा जो आप विजयपथ हासिल करके ही रहोगे। शुरुआती दौर में मुझे भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ा लेकिन मैने हार नहीं मानी। मैं हमेशा के लिए संघर्ष करता ही रहा हूं। मेरे परिवार के साथ मेरे माता पिता का पूरा सहयोग रहा है। कुमावत ने बताया कि उन्होने इससे पहले भी सेना में जाने का प्रयास किया था लेकिन उसमें वह असफल रहे है। उन्होने ने हार न मानते हुए फिर से सेना में जाने के लिए कोशिश की और उन्हे सफलता मिल गई।
ये भी पढ़े – सी एम डॉ मोहन यादव से सी ए जय मारू की लंदन में मुलाकात