नारायण गौशाला कछाला में गोवंश को गुड़ की लापसी खिला मनाया गया
गोपाष्टमी पर्व वह अन्नकुट का आयोजन कर भक्तो को किया प्रसाद वितरण
सिंगोली:- शनिवार 9 नवम्बर को गोपाष्टमी तिथि पर नारायण गौशाला कछाला में गौमाता को गुड़ की लापसी खिला विशेष पूजन किया गया व पूरी आस्था के साथ श्रद्धालुओं ने गायों को चारा खिलाया, पूजन किया। मान्यता है कि जो भी गाय की विधिवत पूजा, सेवा करके उसकी परिक्रमा करता है और हरी घास खिलाता है, उसकी प्रत्येक मनोकामना पूर्ण होती है। उस पर किसी भी ग्रह का बुरा प्रभाव नहीं पड़ता।
गोशाला में महिलाओं ,पुरूषों ने गौवंश को हरा चारा खिलाया महिला मण्डल ने मंगलगीत गाकर गोपाष्टमी मनाई। कार्तिक शुक्ल अष्टमी को मनाए जाने वाले इस पर्व में गाय का पूजन-अभिवादन श्रद्धापूर्वक करने से सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है। गाय का पूजन करके उनके संरक्षण करने से मनुष्य को पुण्य फल की प्राप्ति होती है। जिस घर में गोपालन किया जाता है, उस घर के लोग संस्कारी और सुखी होते हैं। इसके अलावा जीवन-मरण के बंधन से भी मोक्ष की प्राप्ति होती है। गो-माता के अमृत रुपी दूध से जीवन मिलता है।भगवान श्रीकृष्ण के गाय चराने के लिए पहली बार घर से निकलने के उपलक्ष्य में मनाए जाने वाले गोपाष्टमी पर्व पर नारायण गौशाला कछाला समिति ध्दारा दोपहर 2 बजे से सायं तक अन्नकूट का आयोजन भी किया गया जिसमें आसपास क्षैत्र के महिलाओं ,पुरुषों और बच्चों ने हर्ष उल्लास से सहभागिता कर अन्नकुट प्रसाद ग्रहण किया इस मौके पर सिंगोली,झांतला ,कछाला,ताल ,कदवासा, पीपली खेड़ा सहित आसपास के क्षैत्र से बडी संख्या में महिलाएं पुरूष बच्चे पहुचे वह गौशाला कमेटी के सभी पदाधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।
महेंद्र सिंह राठौड़
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