सॉलिडरिडाड संस्था और DRMR भरतपुर अनुसंधान केंद्र के सहयोग द्वारा 100 किसानो को प्रमाणित सरसों बीज का वितरण किया
नीमच जिले में सालिडरिडाड संस्था कि और से भरतपुर के सहयोग से सरसों उत्पादन वृद्धि कार्यक्रम के अंतर्गत उन्नत व प्रमाणित किस्म DRMR 1165-40 का बीज वितरण किया गया। इस पहल के तहत 1 एकड़ भूमि पर प्रथम पंक्ति प्रदर्शन प्लॉट स्थापित किए गए, जहां किसानों को आधुनिक खेती के तकनीकी पहलुओं पर प्रशिक्षण दिया गया। किसानों को खेत की तैयारी, बीज दर, कीट प्रबंधन, उर्वरक प्रबंधन, थिनिन, टॉपिंग, और सिंचाई की बेहतरीन कृषि पद्धतियों पर जानकारी दी गई। विशेष रूप से तिहलन फसलों में सल्फर के उपयोग के महत्व पर जोर दिया गया, साथ ही मिट्टी परीक्षण के द्वारा मिट्टी में पाए जाने वाले पोषक तत्वों की सही पहचान और उर्वरक प्रबंधन पर चर्चा की गई। प्रशिक्षण के दौरान किसानों को सालिडरिडाड संस्था द्वारा संचालित विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी दी गई, किसानों को ऑटोमेटिक वेदर स्टेशन से मिलने वाली मौसम सलाह के लाभों के बारे में बताया गया। इन आधुनिक तकनीकों और प्रबंधन पद्धतियों के उपयोग से किसानों की पैदावार और लाभ में वृद्धि की संभावना है।
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