विश्व सुंदरी तो वह हे जो अग्नि में जलकर बलिदान होती हे लेकिन अपने नाखून दिखाना भी पसन्द नहीं करती

Shares

विश्व सुंदरी तो वह हे जो अग्नि में जलकर बलिदान होती हे लेकिन अपने नाखून दिखाना भी पसन्द नहीं करती

देर रात्रि तक चला कवि सम्मेलन,कवियों को जनता ने तालियां बजाकर खूब प्यार दिया ,,

सिंगोली,,,नगर परिषद द्वारा आयोजित 13 दिवसीय दशहरा मेले में आयोजित कवि सम्मेलन में आए कवियों ने अपने शब्दों से जनता को बांध कर रखा और खूब तालिया बटोरी,,रात्रि 10 बजे से शुरू हुआ कवि सम्मेलन जिसमें उज्जैन से आई कवियित्री निशा पंडित द्वार सरस्वती वंदना से कार्यकम की शुरुवात हुई और शाहपुरा से दिनेश बंटी शाहपुरा (हास्य) ने प्रथम कवि के रूप में बेटिंग करी और नगर के कवि गिरिराज गंभीर ने गो माता पर कविता सुनाई ’दोनों हाथ काट दो हत्यारों के जो गो माता को काटकर अपना व्यापार चलाते हे’ जनता ने तालिया बजाकर उनका अभिवादन किया ,,जैसे जैसे कार्यक्रम आगे बढ़ता गया मंदसौर से आए मुन्ना बैटरी ने हास्य व्यंग पर एक से बढ़कर एक व्यंग्यबाण चलाए ,,निशा पंडित द्वारा गजल और श्रृंगार पर अपने भाव रखे वही उज्जैन से लाफ्टर कवि हिमांशु बवंडर ने जनता का खूब मनोरंजन किया और इटावा यूपी से आए वीर रस के कवि राम भदावर ने वर्तमान में घटना क्रम पर राजनीति के साथ महिलाओं की सुरक्षा और वीरता पर अपनी बात रखी ’ विश्व सुंदरी वह होती हे जो अग्नि में जलकर बलिदान होती हे लेकिन अपने नाखून दिखाना तक पसन्द नहीं करती हे’कार्यक्रम का संचालन पंडित अशोक नागर शाजापुर ने किया है कार्यक्रम से पूर्व मंचासीन अतिथियों का स्वागत नगर परिषद सीएमओ एवं मेला कमिटी अध्यक्ष द्वारा सम्मान किया गया हे

ये भी पढ़े – सोमवार देर रात्रि तक जमा कवि सम्मेलन का रंग,हास्य वीर और शृंगार के रस में डूबे श्रोता।

Shares
WhatsApp Group Join Now

Leave a Comment