जिला कलक्टर ने ली जिला स्तरीय कौशल एवं आजीविका विकास समिति की बैठक
प्रतापगढ़, 24 जुलाई। जिला कलक्टर डॉ. अंजली राजोरिया की अध्यक्षता में बुधवार को जिला स्तरीय कौशल एवं आजीविका विकास समिति के सदस्यों के साथ बैठक का आयोजन किया गया। यह बैठक मिनी सचिवालय परिसर में आयोजित हुई और इसमें जिले में संचालित योजनाओं, कौशल विकास केन्द्रों की प्रगति, जिला कौशल विकास योजना और डीएसडीपी जैसे मुद्दों पर चर्चा की गई।
बैठक में महिलाओं को दिए जा रहे प्रशिक्षण के महत्व पर भी विशेष जोर दिया गया और उनके भविष्य के लिए सकारात्मक संभावनाओं को बढ़ावा देने के लिए आगे के अवसरों के बारे में चर्चा की गई। उन्होंने महिलाओं के उत्पादों को बाजार में प्रसारित करने और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार लाने के लिए संभावनाओं की बारे में चर्चा की। जिला कलक्टर डॉ. राजोरिया ने कहा की महिलाएं जिले के विकास में महिलाओं का योगदान महत्वपूर्ण है, उन्हे आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रयास किए जाए, इसके लिए उन्हें अच्छे से प्रशिक्षण दिया जाए। इस अवसर पर राजीविका महिलाओं ने उनके द्वारा बनाए गए उत्पादों का जिला कलक्टर के समक्ष प्रदर्शन किया, जिस पर जिला कलेक्टर ने रचनात्मक सुझाव भी दिए और समिति सदस्यों ने सुझाव भी आमंत्रित किए। बैठक में विभिन्न अवसरों की चर्चा हुई और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए नए संभावित प्रयासों की समीक्षा भी की गई।
कौशल विकास के माध्यम से आत्मनिर्भर बन रही है महिलाएं
जिला कलेक्टर ने महिलाओं को दिए जा रहे विभिन्न प्रशिक्षण के बारे में पूछा। जिस पर राजस्थान कौशल एवम् आजीविका विकास निगम से जिला कौशल समन्वयक ललित कुमार चौधरी ने बताया कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए विभिन्न कौशल विकास कोर्सेस जैसे पेशेंट केयर, जनरल ड्यूटी असिस्टेंट, योगान्यूरो थेरेपी करवाए जा रहे है। उन्होंने बताया की कौशल विकास के माध्यम से महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही है। बैठक में जिला रोजगार अधिकारी भेरूलाल मीणा, जिला श्रम अधिकारी कुलदीप सिंह राठौर सहित अन्य अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।
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